Queen Elizabeth II Funeral The funeral of the late Queen Elizabeth II will be held on September 19, US President Joe Biden will attend
Highlights
- 19 सितंबर को होगा दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार
- अंतिम संस्कार में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन होंगे शामिल
Queen Elizabeth II Funeral: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। उन्होंने औपचारिक रूप से इस संबंध में आए न्योते को स्वीकार कर लिया है। व्हाइट हाउस ने रविवार को बताया कि 19 सितंबर को लंदन में महारानी का अंतिम संस्कार होगा, जिसमें बाइडन प्रथम महिला जिल बाइडन के साथ शामिल होंगे। इससे पहले, बाइडन ने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमलों के बाद दिवंगत महारानी द्वारा अमेरिकियों को दिए संदेश को याद किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 9/11 हमले की बरसी पर महारानी द्वारा अमेरिकियों को दिए संदेश का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘दुख वह कीमत है, जो हम प्यार पाने के लिए चुकाते हैं।’’
25 साल की उम्र में बनीं महारानी
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया था। एलिजाबेथ ने 70 साल शासन किया। वह ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली शासक रहीं। उनके शासनकाल में ब्रिटेन को 15 प्रधानमंत्री मिले। एलिजाबेथ II सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं बल्की 14 और देशों की रानी रहीं। द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे चार्ल्स ब्रिटेन के नए राजा बनाए गए हैं। महारानी का निधन स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में हुआ। वे यहां समर ब्रेक पर आई थीं। एलिजाबेथ 1952 में अपने पिता जॉर्ज षष्टम की मौत के बाद महारानी बनीं थी, तब उनकी उम्र महज 25 साल थी।
भारत में 11 सितंबर को राजकीय शोक मनाया गया
दिवंगत महारानी के सम्मान में भारत में भी 11 सितंबर को देश भर में एक दिन का राजकीय शोक मनाया गया। राजकीय शोक वाले दिन, देश भर में उन सभी भवनों पर, जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहा और उस दिन कोई आधिकारिक मनोरंजन की गतिविधि आयोजित नहीं हुईं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त किया। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, ‘‘अपने संदेशों में, उन्होंने कहा कि वह हमारे समय की दिग्गज थीं; एक दयालु व्यक्तित्व, जिन्होंने अपने राष्ट्र व लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया।’’