Omicron Infection New Year Party Coronavirus New Variant Symptoms
नई दिल्ली. नए साल का जश्न मनाने से बहुत से लोग खुद को रोक नहीं पाए होंगे. ये जानते हुए भी कि यह जोखिम भरा कदम है क्योंकि कोविड-19 का नया वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ तेजी से फैल रहा है और ये उन्हें भी शिकार बना सकता है. बहरहाल जोखिम भरा सही, जश्न हो चुका. लिहाजा, सेहत के लिए सचेत हो जाना चाहिए.
जानकारों के मुताबिक कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है. देश के कुल 23 राज्यों तक ओमिक्रॉन संक्रमण पहुंच चुका है. देश में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 22,775 मामले सामने आए हैं. इनमें ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले 1,431 हैं.
दूसरी तरफ, इतनी रफ्तार से कोरोना-टेस्ट नहीं बढ़ रहे हैं. इससे बहुत से लोगों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि वे ओमिक्रॉन की गिरफ्त में आ चुके हैं या नहीं. फिर ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम, फ्लू के मामले भी लगातार बढ़ते हैं. इससे लोग ऐसे लक्षणों की तरफ और लापरवाह हो जाते हैं, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे लक्षणों की तरफ ऐसी बेपरवाही भारी पड़ सकती है.
जानकारों की मानें तो जब तक कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए, तब तक कोरोना के मिलते-जुलते लक्षणों की तरफ अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए. इसके अलावा ओमिक्रॉन के लक्षणों को भी अपने स्तर पर समझा जा सकता है क्योंकि पिछले वाले वेरिएंट्स के मुकाबले यह ओमिक्रॉन कुछ अतिरिक्त लक्षण लेकर आया है.
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लिवरपूल इको की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिेटेन के लंदन में वहां के अन्य क्षेत्रों की तुलना में ओमिक्रॉन के मामले अधिक देखे गए हैं. लिहाजा, वैज्ञानिकों ने वहीं के मामलों का अध्ययन कर ओमिक्रॉन के अतिरिक्त लक्षणों का पता लगाया है ताकि लोगों को इससे मदद मिल सके.
इन लक्षणों से जांचें ओमिक्रॉन
1. लगातार नाक बहना, 2. सिरदर्द 3. थकान (कम या बहुत ज्यादा) 4. गले में खराश 5. बार-बार छींक आना.
डेली स्टार की रिपोर्ट की अनुसार ओमिक्रॉन के पीड़ित त्वचा में दो अलग-अलग तरह के चकत्ते (Skin Rashes) पड़ने की शिकायत भी कर रहे हैं. एक- फूला हुआ बड़ा चकत्ता, जिसके साथ खुजली भी खूब होती है. दूसरा- घमौरियों जैसा. इनमें पहला ओमिक्रॉन के संक्रमितों में अधिक देखा गया है. ज्यादातर कोहनी, घुटने और बाजुओं के पीछे या कभी-कभी पूरे शरीर में भी ये चकत्ते देखे गए हैं.
इसलिए, बेपरवाही के बजाय सचेत रहने की जरूरत है. हालांकि कोविड स्टडी के की-पर्सन प्रोफेसर टिम स्पेक्टर के मुताबिक, ‘ओमिक्रॉन के मामले पूरी दुनिया में कोरोना के अन्य सभी वेरिएंट की तुलना में तेजी से बढ़े हैं. फिर भी हमारे अध्ययन से एक निष्कर्ष यह भी निकला है कि यह वेरिएंट कम घातक है.
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