उत्तर पश्चिमी भारत को बारिश के लिए करना होगा इंतजार, 7 जुलाई से आगे बढ़ेगा मानसून
आईएमडी के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून का बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से गुजरना जारी है. 19 जुलाई के बाद से मानसून की उत्तरी सीमा में कोई भी विकास नहीं हुआ है. मानसून का अभी भी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में पहुंचना बाकी है.
आईएमडी ने बुधवार को जानकारी दी है कि पछुआ हवाओं के कारण मानसून धीमा पड़ गया है. ये हवाएं पूर्वी हवाओं को आगे नहीं बढ़ने दे रही हैं. 30 जून तक देश में 10 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. इसमें उत्तर पश्चिमी भारत में 14 फीसदी, मध्य भारत में 17 फीसदी, दक्षिणी प्रायद्वीप में 4 फीसदी और पूर्व व उत्तर पूर्वी भारत में 3 फीसदी अधिक बारिश हुई है.
वहीं दिल्लीवासियों को बुधवार को लू के जबरदस्त थपेड़ों का सामना करना पड़ा और तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो इस साल अब तक का सबसे अधिक तापमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यहां मानसून आने में कम से कम एक सप्ताह और लगेगा.
आईएमडी ने जानकारी दी है कि बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में अगले 6 से 7 दिनों तक भारी बारिश होगी. वहीं अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले 3 दिन बारिश होगी. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 4 जुलाई तक बारिश होने का अनुमान है. उत्तराखंड में 1 से 4 जुलाई तक और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 2 जुलाई को बारिश होगी.