चेन्नई. देश के अन्य राज्यों की तरह ही तमिलनाडु (Tamil Nadu) में भी कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के कारण हालात काफी चिंताजनक हैं. तमिलनाडु में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस (Covid 19) के नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में कोरोना मरीजों (Covid Patients) की भीड़ है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के तीमारदार भी आइसोलेशन वार्ड में आसानी से जाते देखे जा सकते हैं. ऐसे में इन तीमारदारों के कारण राज्य में कोरोना के मामले और बढ़ने की आशंका जताई गई थी. इस पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश जारी करके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में तीमारदारों के जाने पर रोक लगा दी है.
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक राजीव गांधी अस्पताल में पिछले दिनों ग्राउंड फ्लोर पर भर्ती प्रत्येक कोरोना मरीजों के बेड के बगल में उनके साथ एक तीमारदार देखने को मिला था. इनमें से कुछ मरीजों को पंखा कर रहे थे तो कुछ उन्हें खाना खिलाते देखे गए थे. कुछ तीमारदारों को तो मरीजों के साथ ही उनके बेड पर बैठा देखा गया था. किसी ने ना तो पीपीई किट पहनी थी और न ही सोशल डिस्टेंसिंग अपना रहे थे. जबकि अंदर जाने के रास्ते में लिखा था, ‘नो विजिटर्स अलाउड’. इसकि बावजूद लोग अंदर जा रहे थे. विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना संक्रमण फैलने का 10 फीसदी कारण अस्पताल हैं, जहां नियमों का सही से पालन नहीं किया जाता है. चेन्नई में रोजाना करीब 7000 नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं. वहीं तमिलनाडु में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 2 लाख के पार हो गई है.
राज्य के स्वास्थ्य सचिव का कहना है कि कोविड वार्ड में तीमारदारों को एंट्री देना अस्पतालों की गलती हैं. उन्हें इसके लिए कई बार चेतावनी दी जा चुकी है. उनका कहना है कि कई जगह देखा गया है कि तीमारदारों को कोरोना मरीजों की मदद के लिए अनुमति दे दी जाती है.