म्यूचुअल फंड में दिल खोल कर पैसा लगा रहे छोटे निवेशक, रिकॉर्ड इतने लाख करोड़ का निवेश हुआ Equity MFs see Rs 1.64 lakh cr net inflow in FY22 on strong SIP book
Highlights
- परंपरागत विकल्पों पर रिटर्न में कमी से एमएफ में बढ़ा निवेश
- छोटे कस्बों और गांवों से म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं निवेशक
- निवेशकों ने एसआईपी निवेश के जरिये अपने रिटर्न को मजबूत किया
नई दिल्ली। निवेश के परंपरागत विकल्पों पर रिटर्न में कमी और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) की ओर बढ़ते रुझान की वजह से इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। बीते वित्त वर्ष 2021-22 में इक्विटी से जुड़े कोषों में 1.64 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पहले 2020-21 में निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड से 25,966 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
निवेश और बढ़ने की उम्मीद
जेडफंड्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और संस्थापक मनीष कोठारी ने कहा, आगे चलकर हम मौजूदा आर्थिक और बाजार स्थितियों के मद्देनजर इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश का प्रवाह जारी रहने की उम्मीद करते हैं। आंकड़ों के अनुसार, पूरे 2021-22 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 1,64,399 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह हुआ। इसमें पिछले महीने आया 28,464 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश भी शामिल है। मजबूत प्रवाह से इक्विटी म्यूचुअल फंड की परिसंपत्तियां इस साल मार्च के अंत तक 38 प्रतिशत बढ़ाकर 13.65 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं।
निवेशकों के बीच धारणा सकारात्मक
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, चिंताओं के बावजूद दीर्घावधि के लिए वृद्धि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है, जिसने निवेशकों के बीच धारणा को सकारात्मक रखने का काम किया है। इसके अलावा यह धारणा भी है कि बीच-बीच में ‘करेक्शन’‘ के बावजूद बाजार ऊपर की ओर बढ़ना जारी रहेगा। ऐसे में बाजार के नीचे आने के समय निवेशक निवेश करने का मौका नहीं चूक रहे हैं।
एसआईपी ने आसान किया काम
एम्फी के मुख्य कार्यकारी एन एस वेंकटेश ने कहा कि म्यूचुअल फंड निवेशकों ने एसआईपी के अनुशासित निवेश के जरिये अपने रिटर्न को मजबूत किया है। इसके अलावा इक्विटी से जुड़े कोषों के लिए फोलियो की संख्या या निवेशकों के खाते मार्च, 2022 में बढ़कर 8.6 करोड़ हो गए, जो अप्रैल, 2021 में 6.64 करोड़ थे। इस तरह फोलियो की संख्या में 29 प्रतिशत की वृद्धि है। यह म्यूचुअल फंड संपत्तियों के प्रति निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।