IPL 2023 CSK Bowler Tushar Deshpande Credits Dwayne Bravo for Death Bowling MS Dhoni Angry on Extras | सीएसके की जीत में हीरो रहा था यह खिलाड़ी, धोनी नहीं इस दिग्गज को बताया अपना गुरू
IPL 2023, Chennai Super Kings: आईपीएल 2022 के एक बुरे सीजन के बाद एमएस धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने मौजूदा सीजन में गुजरात टाइटंस के खिलाफ हार से शुरुआत की थी। पर यह टीम धुरंधर है जो ज्यादा दिन तक खामोश नहीं रह सकती। अब इस टीम ने शानदार वापसी करते हुए सीजन के दूसरे मैच में अपना खाता खोल लिया है। सीएसके की इस जीत के कई हीरो रहे। बल्लेबाजी में जहां रुतुराज गायकवाड़ ने कमाल करते हुए लगातार दूसरा अर्धशतक जड़ा। वहीं गेंदबाजी में मोईन अली ने चार विकेट लेकर लखनऊ की कमर तोड़ दी। एक गेंदबाज ऐसा था जिसने शुरुआत करते हुए अपने पहले ओवर में 18 रन लुटा दिए थे। पर उस खिलाड़ी ने ऐसी वापसी की कि फंसे हुए मैच में चेन्नई को विजयी बना दिया।
चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे को लगातार दूसरे मुकाबले में फ्रेंचाइजी ने बतौर इम्पैक्ट प्लेयर इस्तेमाल किया। पहले मैच में वह काफी महंगे साबित हुए थे और 3.2 ओवर में 1 विकेट लेकर 51 रन लुटा दिए थे। अब दूसरे मैच में उन्होंने रन जरूर दिए लेकिन सिर्फ एक ओवर उनका खराब गया। बाकी तीन ओवर उन्होंने डेथ में फेंके और सीएसके को रोमांचक मैच में जीत दिला दी। पहले ओवर में तुषार ने 3 वाइड और नो बॉल समेत कुल 18 रन दिए थे। इसके बाद उन्होंने अपने आखिरी तीन ओवरों में सिर्फ 27 रन देकर 2 बड़े विकेट (निकोलस पूरन और आयुष बडोनी) लिए। उन्होंने इसमें से 12 रन पारी के आखिरी ओवर में दिए जब लखनऊ को जीत के लिए 25 रनों की जरूरत थी। इस शानदार डेथ बॉलिंग के बाद उन्होंने जब अपने गुरू का नाम बताया तो उसे जानकर कुछ लोग हैरान हो सकते हैं।
तुषार देशपांडे ने निकोलस पूरन को किया आउट
तुषार देशपांडे ने किसे बताया अपना गुरू?
तुषार देशपांडे ने कहा कि, डेथ ओवरों की गेंदबाजी कोई आसान काम नहीं है और वह अब भी इस कौशल को सीख रहे हैं। लखनऊ खिलाफ मैच में इस 27 वर्षीय गेंदबाज ने दो विकेट लिए लेकिन इसके साथ ही चार वाइड और तीन नोबॉल भी की जिससे उनके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाखुश थे। उन्होंने डेथ ओवर्स में अपनी अच्छी वापसी से टीम को फिर जीत दिलाई और वाह-वाही भी बटोरीं। देशपांडे ने लखनऊ के खिलाफ चेन्नई की जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि, डेथ ओवरों में गेंदबाजी करना आसान काम नहीं है। मैं अभी इसे सीख रहा हूं। हमारे पास गेंदबाजी कोच के रूप में ड्वेन ब्रावो हैं जो डेथ ओवरों के बेहतरीन गेंदबाज थे। मैं उनसे सीखने की कोशिश कर रहा हूं।
देशपांडे ने आगे कहा कि, ब्रावो ने वर्षों तक चेन्नई के लिए जो भूमिका निभाई मेरी भूमिका भी कुछ उसी तरह से है। मैं उनकी जगह नहीं ले सकता लेकिन मैं उनसे स्लॉग ओवरों की गेंदबाजी सीख रहा हूं। मेरा मानना है खेलने का मौका मिलना या नहीं मिलना यह मेरे हाथ में नहीं है। लेकिन मेरे हाथ में यही है कि मैं हर दिन अपने खेल में सुधार करूं इसलिए मैं इस पर ध्यान दे रहा हूं। मैं वर्तमान में विश्वास करता हूं जो बीत गया वह अतीत की बात है। टी20 क्रिकेट में नो बॉल करना अपराध है लेकिन अगर मैं इसी बारे में सोचता रहता तो हो सकता था कि 10 अतिरिक्त रन दे देता और परिणाम दूसरी टीम के पक्ष में जा सकता था।
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