4 दिन बाद बंद हो जाएंगी 16 कारें, जान लीजिए इनके बारे में
New Driving Emission Norms: कारों से जुड़े एक नियम में बहुत जल्दी ही बड़ा बदलाव होने वाला है, जिसके कारण भारतीय बाजार में मौजूद 16 कारें डिस्कंटीन्यू हो जाएंगी। ऐसे में अगर आप कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। बता दें कि भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में 1 अप्रैल, 2023 के बाद रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) के नए एमिशन नॉर्म्स लागू हो रहे हैं, जिसके बाद कार निर्माता कंपनियों को अपनी कारों के इंजन अपडेट करने पडेंगे या फिर इन्हें बंद यानी डिस्कंटीन्यू करना पड़ेगा। वहीं रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) के बारे में बात करें तो इस नए सिस्टम के तहत ऐसे वाहनों की बिक्री ही की जाएगी, जोकि आरडीई के साथ अपडेट होंगे। इसके जरिये वाहनों के उत्सर्जन स्तर की निगरानी की जाएगी, पहले इसके लिए लैब का सहारा लेना पड़ता था। आइये जानते हैं कि कौन-सी कारें इस नए रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) से प्रभावित होने वाली हैं।
इन कंपनियों के वाहनों पर पड़ेगा रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) का असर
बता दें कि होंडा की 5 कारें रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) से प्रभावित होंगी, जिनमें से होंडा सिटी (4 और 5 जेनरेशन), होंडा अमेज डीजल, होंडा Jazz, होंडा WR-V हैं। महिंद्रा की 3 कारें इससे प्रभावित होंगी, जिनमें से महिंद्रा मराजो, महिंद्रा अल्टूरस, महिंद्रा KUV 100 और हुंडई की वरना डीजल भी इससे प्रभावित होगी। इसके साथ ही अन्य कंपनियों की कारों की बात करें तो स्कोडा सुपर्ब, टाटा अल्ट्रोज डीजल, रेनो क्विड 800, निशान किक्स, मारूति अल्टो 800 आदि भी इससे प्रभावित होंगी।
कारों में करना होगा यह बदलाव
वहीं अब नए आये वाहनों में रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) के अनुसार फ्यूल एफिशिएंट इंजनों को बढ़ावा, इंजन में रिफाइंड डिवाइस, एमिशन लेवल आदि का ध्यान रखना होगा। दूसरी ओर हुंडई इस नियम को देखते हुये पहले ही अपनी कार i20 के डीजल वैरियंट बंद कर चुकी है, साथ ही टोयोटा और फॉक्सवैगन ने भी अपनी डीजल कारों को बंद करने का निर्णय लिया है।
आम लोगों पर ऐसे पड़ेगा असर
बता दें कि नए रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) के नॉर्म्स का पालन करने पर गाड़ियों की कीमत बढ़ेगी, क्योंकि कारों के मॉडल में उपस्थित इंजनों को अपडेट करना पड़ेगा, जिसके कारण खर्च बढ़ेगा। ऐसे में कारों के दामों का बढ़ना तय माना जा रहा है, वहीं सन 2020 में BS6 मानक वाले इंजनों के आने के बाद कारों की कीमतों में 50 से 90 हजार की बढ़ोतरी देखी गयी थी।