नवजात बच्ची के लिए नहीं मिला दूध, पिता को 10 किमी चलना पड़ा पैदल
तेलंगाना के आदिलाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक परिवार के पास नवजात को पिलाने के लिए दूध नहीं था. बच्चे को जन्म देने के 10 दिन बाद ही मां का निधन हो गया, जिसके बाद बच्ची को दूध पिलाना पिता के लिए चुनौती बन गया. दूध लेने के लिए इस पिता को 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. ये घटना जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो राज्य सरकार के मंत्री टी. हरीश राव ने तुरंत एक्शन लेते हुए मदद की.
गांव पहुंचाई गई मदद
मंत्री ने अधिकारियों को परिवार के लिए एक गाय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया ताकि परिवार शिशु की देखभाल ठीक प्रकार से कर सके. हाल में हुई यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां लोगों ने शिशु के जीवन को बचाने के लिए समय पर प्रतिक्रिया देने के लिए मंत्री की सराहना की.
क्या है पूरी कहानी
जंगबाबू और कोडापा पारुबाई तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के इंद्रवेली मंडल के एक दूरस्थ गांव राजुगुडा के रहने वाले हैं. पारूबाई ने इस साल जनवरी के महीने में इंद्रावेली के प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में एक बच्ची को जन्म दिया. अगले दिन परिजन पारूबाई और बच्ची को अपने पैतृक गांव ले आए. लेकिन अस्वस्थता के कारण 10 दिनों के बाद पारूबाई की मृत्यु हो गई. बच्ची को खिलाने की जिम्मेदारी दादा बापू राव और पिता जंगुबाबू पर थी. जिस सुदूर गांव में यह परिवार एक नवजात बच्ची को लेकर रह रहा है वहां बकरी या गाय जैसा कोई भी दुधारू जानवर उपलब्ध नहीं था.
परिवार को गाय भी दी गई
दूध के पैकेट के लिए 10 किमी पैदल चलना पड़ा
इसके अलावा गांव में दूध के पैकेट की उपलब्धता नहीं होने के कारण जुंगूबाबू को रोजाना 10 किलोमीटर पैदल चलकर और कुछ दूर निजी वाहनों से सफर करके दूध के पैकेट खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने उत्नूर में एकीकृत जनजातीय विकास प्राधिकरण (आईटीडीए) के अधिकारियों से एक महीने पहले एक गाय स्वीकृत करने का अनुरोध किया जिससे वह बिना किसी कठिनाई के नवजात शिशु के दूध का प्रबंध कर सकें. उन्होंने इस संबंध में एक आवेदन भी दिया है. परिवार के सदस्यों ने दुखी होते हुए कहा कि अधिकारियों ने अभी तक उन्हें एक गाय की मंजूरी नहीं दी है.
इसके बाद यह मामला वित्त मंत्री हरीश राव के संज्ञान में गया. उनके निर्देश पर पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने बच्ची को देखने गए और दूध के पैकेट और पौष्टिक भोजन के पैकेट परिवार के सदस्यों को पिलाने के लिए सौंपे. उन्होंने बच्चे के स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लिया. बच्ची के पिता जंगबाबू की इच्छा के अनुसार इन कर्मचारियों ने समस्या का स्थाई समाधान करते हुए एक गाय खरीदी और गाय को परिजनों को सौंप दिया.
इसके बाद इस बच्ची के परिवार ने मंत्री हरीश राव को उनकी समय पर प्रतिक्रिया और उन्हें एक गाय प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वे बच्ची को अच्छी तरह से पालेंगे और मंत्री द्वारा प्रदान की गई गाय को एक बेहतरीन उपहार के तौर पर मानेंगे. यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने शिशु की जान बचाने में मंत्री की समय पर की गई प्रतिक्रिया की सराहना की.
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Tags: Baby Care, Telangana News
FIRST PUBLISHED : March 27, 2023, 08:36 IST