डेविड वॉर्नर वर्ल्ड कप में कर पाएंगे ओपनिंग? हो गया सबसे बड़ा खुलासा
भारतीय टीम को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से हार झेलनी पड़ी है। इस सीरीज के आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 21 रनों से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। लेकिन इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक अलग रणनीति के साथ टीम इंडिया पर हमला किया। दरअसल ऑस्ट्रेलिया के लिए सालों से ओपनिंग की जिम्मेदारी निभा रहे डेविड वॉर्नर इस सीरीज के आखिरी मुकाबले में मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने आए।
मिचेल मार्श पर दिखाया जा रहा भरोसा
साल 2021 में जब मिचेल मार्श को टी20 टीम में बल्लेबाजी क्रम में तीसरे नंबर पर प्रोन्नत किया गया था। तो कुछ ने कहा था यह मास्टर स्ट्रोक साबित होगा और ऑस्ट्रेलिया ने यूएई में टी20 विश्व कप जीत लिया। 2023 में डेविड वॉर्नर चोट के कारण उपलब्ध नहीं थे तो मार्श को भारत के खिलाफ वनडे में ओपनर बनाया गया। उन्होंने मुंबई और विशाखापत्तनम में 81 और नाबाद 66 रन बना डाले।
चौथे नंबर पर उतरे वॉर्नर
जब वॉर्नर चेन्नई में सीरीज के निर्णायक मैच में लौटे तो मार्श ने अपना ओपनर का स्थान बरकरार रखा और तेजी से 47 रन बनाए जबकि अनुभवी वॉर्नर चौथे नंबर पर उतरे। मार्श को ऑस्ट्रेलिया की 2-1 की सीरीज जीत में 97 के औसत से 194 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला। मार्श का अब भी मानना है कि वॉर्नर भारत में अक्टूबर-नवम्बर में होने वाले वनडे विश्व कप की तैयारी में किसी समय ओपनर के रूप में लौट सकते हैं।
मार्श ने दिया बड़ा बयान
मार्श ने कहा कि डेवी पहले दो मैचों के लिए बाहर थे। मुझे मौका मिला और मैंने इसका आनंद उठाया। वॉर्नर लंबे समय तक ऑस्ट्रेलिया के लिए अविश्वसनीय खिलाड़ी रहे हैं और सर्वश्रेष्ठ वनडे ओपनरों में से एक रहे हैं। मुझे विश्वास है कि वह किसी समय ओपनिंग में फिर लौटेंगे। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम बल्लेबाजी में लचीले रहें। टीम के लिए परफॉर्म करना अच्छा लगा।
मार्श ने कहा कि मैं प्राकृतिक रूप से आक्रामक बल्लेबाज हूं। मैंने इस सीरीज में अपने खेल का आनंद लिया है। मुझे काफी खुशी हैं कि मैं इस तरह का प्रदर्शन कर सका। मैं काफी दिनो के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहा था। मैं फ्रेश था और एक नई ऊर्जा के साथ मैदान पर था।