US Federal Reserve hiked Fed Rate by 25bps tomorrow Indian Stock Market will may be in loss | अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने Fed Rate में की 0.25% की बढ़ोतरी, कल Indian Stock Market की लगेगी लंका!
US Federal Reserve hiked Fed Rate: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को Fed रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। इस घोषणा के बाद से ब्याज दर बढ़कर अब 4.75% से 5% हो जाएगा। एक्सपर्ट ये अनुमान लगा रहे थे कि अमेरिका में हाल ही में दो बैंकों के दिवालिया होने के बावजूद भी फेड दर में बढ़ोतरी होगी, ताकि महंगाई पर काबू पाया जा सके। बीते एक साल में यूएस फेडरल रिजर्व लगभग हर दूसरे महीने ब्याज दरों में तेज बढ़ोत्तरी कर रहा है। इससे अमेरिका में बॉण्ड यील्ड प्रभावित होती है। इसका सीधा नुकसान वहां के बैंकों पर पड़ रहा है, जो अपना अधिकतर कारोबार बॉण्ड में ही करते हैं। यह भारतीय शेयर बाजार को भी प्रभावित करेगी। अब ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि बृहस्पतिवार को शेयर बाजार कितना नीचे जाता है।
186 बैंक डूबने के कतार में खड़े
दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था अमेरिका इस समय गंभीर बैंकिंग संकट से जूझ रही है। अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक से शुरू हुआ संकट अब तक तीन बैंकों को लील चुका है। ताजा रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका के 186 बैंक इस कतार में खड़े हुए हैं। अमेरिका में हाल के समय में डूबने वाले बैंक सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक की इस स्थिति के पीछे ब्याज दरों में बेतहाशा वृद्धि को माना जा रहा है। अमेरिका मार्च 2022 के बाद से ब्याज दरों में 4.5 फीसदी का इजाफा कर चुका है। प्रमुख ब्याज दर बढ़ने से सरकारी बॉन्ड जैसी सिक्योरिटीज पर यील्ड बढ़ता है। जैसे-जैसे यील्ड बढ़ता है, पुरानी सिक्योरिटीज की मार्केट वैल्यू घटती जाती है। अमेरिका के बैंकों ने अपने एसेट्स का एक अहम हिस्सा बॉन्ड और ट्रेजरी नोट्स जैसी सिक्योरिटीज में निवेश किया हुआ है। ये बॉन्ड तब खरीदे गए थे, जब ब्याज दरें काफी कम थीं। एक साथ ब्याज दरों में भारी इजाफा होने से पहले इश्यू की गई सिक्योरिटीज की मार्केट वैल्यू काफी गिर गई। इससे बैंकों को भारी नुकसान हुआ है।
कल भारतीय बाजार पर भी देखने को मिल सकता है असर
फेड रेट बढ़ने से विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकालकर अमेरिकी बाजार में लगाना शुरू कर देते हैं। इससे इंडियन स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट आने लगती है। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि कल जब बाजार खुलेगा तो इसका असर शेयर बाजार में देखने को मिलेगी। यह इनडायरेक्टली रिजर्व बैंक पर भी रेपो रेट बढ़ाने को लेकर दबाव बनाता है। अगर रिजर्व बैंक ने दर बढ़ाने का फैसला लिया तो वह देश की आम जनता पर सीधे प्रभावित करेगा।