shares of these 4 companies of Adani Group were sold again, know two important reasons for the decline| अडाणी ग्रुप की इन 4 कंपनियों के शेयरों में फिर बिकवाली, जानें गिरावट की दो अहम वजह
अडाणी ग्रुप की कंपनियों में पिछले कई दिनों से लगातार तेजी का सिलसिला आज थम गया है। आज ग्रुप की चार कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है। जिन कंपनियों के शेयरों में गिरावट है, उनमें अडाणी एंटरप्राइजेज, एसीसी, अडाणी पोर्ट्स एंड सेज, और अंबुजा सीमेंट के शेयर शामिल हैं। ADANI ENTERPRISES के स्टॉक बीएसई पर 4.56% टूटकर 1,946 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एसीसी, अंबुजा सीमेंट और अडाणी पोर्ट्स एंड सेज के शेयरों में एक से लेकर 2 फीसदी की गिरावट है। आखिर क्यों आई है अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट, आइए जानते हैं।
इन दो कारणों से आज शेयरों में आई गिरावट
1.अडाणी ग्रुप की ओर से शेयर बाजार को दी गई सूचना के अनुसार, अडाणी ग्रुप ने अपनी दो कंपनी अडानी ट्रांसमिशनऔर अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर एसबीआईकैप ट्रस्टी के पास गिरवी रखें हैं। अडाणी ग्रुप को अडानी एंटरप्राइजेज के लोन को सपोर्ट करने के लिए ऐसा करना पड़ा है। रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक अडानी ट्रांसमिशन के 0.99% और अडानी ग्रीन एनर्जी के 0.76% शेयर गिरवी रखें हैं। मौजूदा बाजार कीमत के अनुसार, इन शेयरों की कीमत करबी 1700 करोड़ रुपये हैं। इसके चलते आज ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि हाल के दिनों में अडाणी ग्रुप ने समय से पहले लोन को चुकाकर कई कंपनियों के शेयर छुड़ाए हैं।
2. इसके अलावा NSE ने अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी विल्मर को गुरुवार से शॉर्ट-टर्म एडिशनल सर्विलांस मैकेनिज्म फ्रेमवर्क (विशेष निगरानी) में रखा दिया है। इसका भी नकारात्मक असर ग्रुप कंपनियों के स्टॉक पर देखने को मिला है। हाल ही में NSE और BSE ने अडानी एंटरप्राइजेज को शॉर्ट-टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया था।
अमीरों की सूची में गौतम अडाणी की लंबी छलांग
अडाणी ग्रुप की कंपनियों में तेजी लौटने से गौतम अडाणी ने अमीरों की सूची में लंबी छलांग लगाई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार गौतम अडाणी की संपत्ति बढ़कर 54 अरब डॉलर पर पहुंच गई। इसके साथ ही वह अमीरों की सूची में 22वें पायदान पर पहुंच गए हैं। आपको बता दें कि फरवरी के अंत में उनकी संपत्ति घटकर 37.7 अरब डॉलर रह गई थी और वे अमीरों की सूची में 34वें नंबर पर आ गए थे।