Pradyot Bikram Manikya Deb Barma party TMP surprised BJP in Tripura assembly election 2023
हाइलाइट्स
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में टिपरा मोथा पार्टी का अच्छा प्रदर्शन
TMP ने लेफ्ट से लेकर बीजेपी और कांग्रेस को भी किया हैरान
प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा को लेकर चर्चाएं तेज
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 (Tripura Assembly Election 2023) में टिपरा मोथा पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया. चुनाव के बीच सबसे ज्यादा चर्चा रही एक खास चेहरे है, जिनका नाम है प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा (Pradyot Bikram Manikya Deb Barma). त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भले ही जीत बीजेपी की रही हो, लेकिन सत्ता बचाए रखना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ. बीजेपी के लिए परेशानी का सब लेफ्ट पार्टी या कांग्रेस नहीं थी, बल्कि महल दो साल पुरानी टिपरा मोथा पार्टी रही. चुनाव में पार्टी के परफॉर्मेंस ने बीजेपी को हैरान कर दिया. एक्सपर्ट्स की मानें तो त्रिपुरा में अब चर्चा बीजेपी की जीत की नहीं, बल्कि टिपरा मोथा पार्टी के प्रदर्शन की हो रही है. राजनीतिक गलियारों में अब प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा को लेकर भी खासी चर्चा है.
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में टिपरा मोथा पार्टी के शानदार परफॉर्मेंस ने सभी दलों को हैरान कर दिया है. जानकारों की मानें तो अब त्रिपुरा में TMP को नए राजनीतिक विकल्प के तौर पर भी देखा जा रहा है. रिजल्ट के बाद अब TMP त्रिपुरा में प्रमुख विपक्ष पार्टी बन गई है. ऐसे में अब सब जानना चाहते हैं कि प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा कौन हैं और कैसे उन्होंने त्रिपुरा में ऐसा सियासी उलटफेर किया.
कौन हैं प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा
प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा त्रिपुरा के 185वें राजा कीर्ति बिक्रम देबबर्मा के बेटे हैं. उनका जिन्म दिल्ली में हुआ था. प्रद्योत भी अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चले और कांग्रेस से जुड़ गए थे. इस दौरान उन्होंने त्रिपुरा के आदिवासी वर्ग के लिए काफी काम किया. फिर 2019 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ा और टिपरा मोथा पार्टी का गठन किया.
त्रिपुरा चुनाव में TMP का परफॉर्मेंस
बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा की कुल 60 सीटों में से प्रद्योत की पार्टी TMP ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जानकार बताते हैं कि टिपरा मोथा ने अपने पहले ही चुनाव में आदिवासी वोट बैंक पर कब्जा जमा लिया. यहां लेफ्ट और कांग्रेस का सिक्का नहीं चला. इसके बाद 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने किरीट बिक्रम देबवर्मा और बिभु कुमारी जैसे बड़े चेहरों को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन फिर भी कांग्रेस के वोट शेयर में कोई खास बढ़ावा नहीं हुआ. प्रद्योत कांग्रेस के जरिए राजनीति में आए. कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की मांग रखी. प्रद्योत ने आदिवासियों के लिए लोकल लेवल पर कई कैंपेन चलाए और अपनी पैठ मजबूत की. वहीं त्रिपुपा चुनाव के बाद दिए अपने एक बयान में प्रद्योत ने कहा था कि 2 साल पुरानी पार्टी आज त्रिपुरा की यंगेस्ट और दूसरा बड़ा दल बनकर उभरा है. उनका कहना था कि दो साल में 0 से 13 पर आना अपने आप में एक उपलब्धि है.
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Tags: Tripura, Tripura Assembly Election, Viral news
FIRST PUBLISHED : March 03, 2023, 16:20 IST