Poor Pakistan put another burden on the Pakistani people dependent on bread and bread, now took this decision| कंगाल पकिस्तान ने रोटी-रोटी के मोहताज पाकिस्तानी जनता पर डाला एक और बोझ, अब लिया यह फैसला
भयंकर आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान ने रोटी-रोटी के मोहताज पाकिस्तानी जनता पर एक और बोझ दिया है। दरअसल, आसमान छूती महंगाई के बीच स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने नीतिगत दर को 300 आधार अंक बढ़ाकर 20 फीसदी करने का फैसला किया है। इस फैसले से सभी तरह के कर्ज महंगे हो जाएंगे, जिससे आर्थिक तंगी से कराह रही जनता पर और बोझ बढ़ेगा। इससे पहले भी पाकिस्तान पेट्रोल-डीजल, बिजली समेत कई जरूरी वस्तुओं पर टैक्स कई गुना बढ़ा चुका है। इससे जनता को दो जून की रोटी का प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है। आपको बता दें कि पाकिस्तान में आए भयानक बाढ़ के बाद से देश की बड़ी अबादी खाने-पीने के सामान का भयंकर संकट से जूझ रही है।
महंगाई और बढ़ने का खतरा
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एसबीपी की मौद्रिक नीति समिति की गुरुवार को हुई बैठक के बाद कहा गया है कि हाल के वित्तीय समायोजन और पाकिस्तानी रुपये में गिरावट के चलते महंगाई और बढ़ने का खतरा है। एसबीपी ने एक बयान में कहा, “समिति का मानना है कि आधार अंकों में बड़ी बढ़ोतरी से महंगाई को बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी। केंद्रीय बैंक ने कहा, “समिति को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में मुद्रास्फीति में और वृद्धि होगी क्योंकि इन समायोजनों का असर इसके गिरने से पहले ही सामने आ जाएगा, भले ही यह धीमी गति से हो।”
चालू खाते का घाटा बढ़ा, आयात के पैसे नहीं
बैठक के दौरान, मौद्रिक नीति समिति ने नोट किया कि चालू खाते के घाटे में कमी महत्वपूर्ण थी, लेकिन बाहरी स्थिति में सुधार के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता थी। एसबीपी ने कहा कि समिति ने यह भी कहा कि किसी भी महत्वपूर्ण वित्तीय गिरावट से मूल्य स्थिरता प्राप्त करने के संदर्भ में मौद्रिक नीति की प्रभावशीलता कम हो जाएगी। आपको बता दें कि पाकिस्तान में इस समय महंगाई अपने 50 साल के चरम पर पहुंच गई है और आटे की कीमत 130 रुपये किलो तक पहुंच गई है। वह भी तब जब पाकिस्तान सरकार ने इसका दाम 105 रुपये प्रति किलो रखा है।