Air travel is very dangerous in Nepal, even the pilot gets sweaty! Know what is the reason?नेपाल में काफी खतरनाक है हवाई यात्रा, पायलट के भी छूटते हैं पसीने! जानें क्या है वजह?
नेपाल में हुए दर्दनाक हादसे ने दुनिया के कई देशों को डरा दिया है। फ्लाइट में कुल 72 लोग सवार थे। यात्री विमान के मलबे से अब तक 68 शव निकाले जा चुके हैं। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए तमाम वीडियो में विमान का जो नजारा दिख रहा है, उसे देखकर रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। ये फ्लाइट येती एयरलाइंस की थी। यति एयरलाइंस और इसकी सहायक तारा एयर का विमान दुर्घटनाओं का एक लंबा और पुराना इतिहास रहा है। यही कारण है कि AirlineRatings.com नाम की वेबसाइट किसी भी एयरलाइन को रेटिंग नहीं देती है।
दुनिया का ‘सबसे खतरनाक हवाई यात्रा’
वेबसाइट के मुताबिक यति एयरलाइंस तारा एयर की पैरेंट कंपनी है। यति एयरलाइंस के पास 2004 के बाद से चार घातक विमान दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें आज की एटीआर 72 उड़ान भी शामिल है। तारा एयर में तीन घातक विमान दुर्घटनाओं के अलावा, पांच ‘गैर-घातक’ घटनाएं भी शामिल हैं। दोनों एयरलाइंस पहाड़ी और बेहद जोखिम भरे हिमालयी क्षेत्र में उड़ान भरती हैं। नेपाल को दुनिया के ‘सबसे खतरनाक हवाई यात्रा’ देशों में से एक माना जाता है। पिछले 10 सालों में नेपाल में करीब 20 विमान हादसे हो चुके हैं।
नेपाल में दुनिया के 8 सबसे ऊंचे पहाड़ हैं
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट सहित 14 सबसे ऊंचे पहाड़ों में से आठ नेपाल में स्थित हैं। दुनिया का सबसे खतरनाक एयरपोर्ट भी नेपाल में है। लुकला शहर में स्थित एयरपोर्ट को सबसे खतरनाक बताने के पीछे एक ठोस वजह है। पहाड़ों के बीच चट्टान को काटकर बनाए गए रनवे पर प्लेन उतारना बिल्कुल भी आसान नहीं है। रनवे के एक तरफ पहाड़ और दूसरी तरफ खाई है, ऐसे में जरा सी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती है। लुकला में रनवे पर केवल प्रशिक्षित और अनुभवी पायलटों को ही उतरने की अनुमति है। इसलिए नेपाल में हवाई जहाज उड़ाना बिल्कुल भी आसान नहीं है।