पाकिस्तान में भूखमरी से हाहाकार, बलूचिस्तान को भारत मिलाने की मांग तेज, सालभर में इतने फीसदी बढ़ी महंगाई
पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हालत यह है कि यहां आटे दाल के भाव आसमान छू रहे हैं। महंगाई आसमान छूने के कारण लोगों के भूखे मरने की नौबत आ गई है। मुट्ठीभर आटे के लिए लोग तरस रहे हैं। बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में सैकड़ों बाइक सवार आटै से लदे ट्रक का पीछा करते देखे जा सकते हैं। मात्र 1 किलो आटे के दाम 150 रुपए किलो से भी अधिक हो गए हैं। ऐसे में बदहाल पाकिस्तान की मदद करने के लिए कुछ देश आगे आए हैं।
हालत यह है कि एक साल में पाकिस्तान में महंगाई बढ़कर 25 फीसदी हो गई है। जानें किन देशों ने पाकिस्तान की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है और कितनी धनराशि की मदद कर रहे हैं। यह भी जानिए एक साल पहले और अब खाद्यान्न के भाव में क्या अंतर है।
पाकिस्तान की डूबती नैया पार लगाने के लिए आगे आए ये देश
बाढ़ और महंगाई की दोहरी मार झेल रहा पाकिस्तान अब दुनिया के देशों की इमदाद के भरोसे ही है। भूखमरी के संकट से उबारने के लिए कुछ देश उसकी मदद के लिए आगे आए हैं।
सऊदी अरब: पारंपरिक मददगार सऊदी अरब पाकिस्तान की मदद के लिए अब तक कुल तीन अरब डॉलर की आर्थिक मदद देने की घोषणा कर चुका है। वह पाकिस्तान को चार फीसदी की दर पर एक साल के लिए तीन अरब डॉलर का कर्ज दे चुका है।
चीन: भारत और पाकिस्तान के कश्मीर विवाद का लाभ उठाने वाला चीन पाकिस्तान की मदद के लिए चीन ने एक अरब डॉलर की अतिरिक्त मदद देने का वादा किया है।
अमेरिका: पाकिस्तान की मदद के लिए अमेरिका ने 10 करोड़ डॉलर की राशि देने की बात कही है।
ब्रिटेन: पाकिस्तान को अतिरिक्त 90 लाख पाउंड की मदद देने का वादा किया है।
जर्मनी: पाकिस्तान को 8.8 करोड़ यूरो की मदद दे चुका है। यह मदद बाढ़ से पाकिस्तान को उबारने की दिशा में खर्च करने के लिए है।
जापान: एशियाई देश जापान पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पुनर्वास योजनाओं के लिए 8.8 करोड़ डॉलर की मदद दे रहा है।
महंगाई 25 फीसदी के करीब पहुंची
पाकिस्तान में महंगाई का बम कितनी जोर से फूटा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महंगाई की दर एक ही साल में बढ़कर 25 फीसदी हो गई है। पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स (PBS) के ताजा आंकड़ों का अध्ययन करें तो देश में महंगाई की तस्वीर सपष्ट हो जाती है।
दरअसल, पाकिस्तान में दिसंबर 2021 में 12.30 फीसदी के मुकाबले बीते दिसंबर 2022 में महंगाई दर लगभग दोगुनी बढ़कर 24.5 फीसदी हो गई है। आंकड़ों में ये इजाफा खासतौर पर खाद्य सामानों की कीमतों में आए उछाल के चलते देखने को मिला है। सालभर में ही पाकिस्तान में खाद्य महंगाई दर 11.7 प्रतिशत से बढ़कर 32.7 फीसदी तक पहुंच गई है।
लगातार प्रदर्शन जारी, लोग कर रहे पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेबाजी
इसी बीच महंगाई से त्रस्त गिलगित-बाल्टिस्तान में भी पाकिस्तान सरकार के खिलाफ पिछले 12 दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। यहां लोग पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। वे करगिल रोड खोलने की मांग कर रहे हैं। साथ ही भारत में लद्दाख के साथ जोड़ने की बात कर रहे हैं।