Bizarre Moment during 1st ODI, Mohammad Shami and Rohit Sharma withdraws appeal for non striker end run out of shanaka रोहित-शमी ने दिखाई दरियादिली, श्रीलंकाई कप्तान को गिफ्ट में दी सेंचुरी
Dasun Shanaka Century: क्रिकेट के खेल में नॉन स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज को आउट करने के तरीके को आईसीसी की तरफ से पिछले साल ही मान्यता मिल चुकी है। लेकिन रन आउट के इस तरीके को लेकर आज भी लगातार चर्चा होती रहती है और कई क्रिकेटर इसे खेल भावना के खिलाफ भी मानते हैं। लेकिन भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी में खेले गए पहले वनडे मैच में रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी ने मिलकर एक ऐसा कदम उठाया जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। रोहित और शमी के पास श्रीलंकाई कप्तान दसुन शनाका के शतक पर लगाम लगाने का सुनहरा मौका था, लेकिन दोनों ने ऐसा नहीं किया और शनाका को एक तरह से गिफ्ट के तौर पर शतक सौंप दिया। हालांकि यह कहना गलता नहीं होगा कि शनाका भी उस शतक के हकदार थे।
शनाका हो चुके थे नॉन स्ट्राइकर एंड पर आउट
दरअसल मैच में एक बड़े हार की कगार पर खड़ी श्रीलंकाई टीम को कप्तान शनाका ने संभाला और 8वें विकेट के लिए कसुन रजिता के साथ मिलकर 100 रनों की अटूट साझेदारी निभाई। इस साझेदारी के दौरान ही आखिरी ओवर में शनाका 98 रन बनाकर गेंदबाजी छोर (नॉन स्ट्राइकर एंड) पर खड़े थे, जबकि भारत की तरफ से गेंद शमी के पास थी। लेकिन शमी की तरफ से चौथी गेंद फेंकने से पहले ही शनाका ने क्रीज छोड़ दिया और आगे निकल गए।
शमी और रोहित ने दिखाई खेल भावना
शमी ने भी मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट कर दिया। इस समय शनाका अपने शतक से दो रन की दूरी पर थे। लेकिन इससे पहले कि मैदान अंपायर थर्ड अंपायर से मदद मांगते, शमी और रोहित ने अपील को वापस ले लिया और शनाका को बल्लेबाजी को मौका दे दिया।
चौके से पूरा किया शतक
शनाका ने भी मौके का फायदा उठाते हुए पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया और फिर आखिरी गेंद पर छक्का जड़तकर 88 गेंदों में 108 रन बनाकर नाबाद लौटे। शनाका ने अपनी शतकीय पारी के दम पर जीत-हार के अंतर को कम तो किया लेकिन श्रीलंका की हार को नहीं रोक पाए। श्रीलंकाई टीम आखिरकार भारत के 374 रन के जवाब में 8 विकेट खोकर 306 रन ही बना पाई और 67 रन से मुकाबला गंवा बैठी। वहीं भारतीय टीम जीत के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाने में कामयाब रही।