IND vs SL Sri Lanka beat India by 16 runs Axar Patel Suryakumar Yadav fifties went in vain | श्रीलंका से लड़कर हारा भारत, सूर्या-अक्षर की फिफ्टी गई बेकार
IND vs SL: श्रीलंका के खिलाफ एक वक्त पर जो टीम इंडिया शर्मनाक हार को गले लगाते दिख रही थी उसका अंत में भी हार से ही दीदार हुआ, लेकिन वह लड़कर, पूरा जोर लगाने के बाद हारी। हार कभी सम्मानजनक नहीं होती पर यह असंतुष्ट करने वाली भी नहीं थी। हालांकि इस मैच में 3 या 4 भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन और उमरान मलिक की करामाती गेंदबाजी को छोड़ दें तो भारतीय फैंस के लिए याद करने लायक कुछ भी नहीं बचता है। लेकिन भारतीय टीम को जिस अंदाज में हार मिली वह शर्मसार करने वाली कतई नहीं है।
सूर्या-अक्षर के बीच छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी
भारत को इस मैच में 16 रन से हार मिली। टीम इंडिया को सीरीज के दूसरे मुकाबले में जीत के लिए 207 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन तमाम मेजबान धुरंधर निर्धारित 20 ओवर में 190 रन बना सके। इस स्कोर तक पहुंचाने के लिए सूर्यकुमार यादव और अक्षर पटेल ने मिलकर टी20 इंटरनेशनल में छठे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी की। इन दोनों के बीच 40 गेंदों में 91 रन की साझेदारी हुई जो खेल के इस फॉर्मेट में छठे विकेट के लिए भारत की सबसे बड़ी पार्टनरशिप है।
अक्षर ने लंका के खिलाफ लगाई दूसरी सबसे तेज फिफ्टी
इस मैच में सूर्या और अक्षर इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अर्धशतकीय पारियां खेली। अक्षर ने 20 गेंदों में फिफ्टी का आंकड़ा छुआ। यह श्रीलंका के खिलाफ भारत की ओर से दूसरी सबसे तेज अर्धशतक है। लंका के खिलाफ सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड गौतम गंभीर के नाम है जिन्होंने 19 गेंदों में यह कारनामा किया था। बहरहाल अक्षर ने 20 गेंदों में अर्धशतक लगाकर युवराज सिंह की बराबरी की। उन्होंने अपनी पारी में 31 गेंदों में 65 रन बनाए जिसमें 3 चौकों के अलावा 6 गगनचुंबी छक्के शामिल हैं।
सूर्या का ऐन वक्त पर आउट होना पड़ा भारी
सूर्या ने अपनी रफ्तार को थोड़ी देरी से बढ़ाया। उनकी शुरुआती धीमी रफ्तार के पीछे भारत के टॉप ऑर्डर की नाकामी रही। इस मुकाबले में भारत के 5 विकेट सिर्फ 57 रन पर निकल गए थे। बाद में, सूर्या ने ताबड़तोड़ शॉट लगाते हुए 36 गेंदों में 51 रन बनाए जिसमें 3 चौकों के साथ 3 छक्के शामिल हैं। 16वें ओवर में जब भारत को जीत नजर आने लगी थी वह आउट हो गए। हालांकि इसके बाद शिवम मावी जमकर बल्लेबाजी करते हुए 15 गेंदों में 26 रन बनाए लेकिन तब तक बाजी हाथ से निकल चुकी थी।