विपक्षी एकजुटता को झटका! KCR पर कांग्रेस का हमला- प्लास्टिक सर्जरी करने से DNA नहीं बदलेगा
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष की एकजुटता को एक और बड़ा झटका लगा है. दरअसल बीजेपी के खिलाफ 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्ष की पार्टियों को एक फ्रंट के तहत लाने की कोशिश में जुटे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की नई मुहिम और नई नाम वाली पार्टी को कांग्रेस ने खारिज कर दिया है. केसीआर विपक्ष को जुटाने की मुहिम में कांग्रेस की मौजूदगी को खारिज करते रहे हैं, इसलिए उनका जोर हमेशा क्षेत्रीय क्षत्रपों पर रहा है. कांग्रेस ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) करने को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा कि प्लास्टिक सर्जरी करने से डीएनए नहीं बदलने वाला है तथा बाद में बीआरएस एवं केसीआर को ‘वीआरएस’ ही लेना पड़ेगा.
दरअसल बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की पार्टियों का फ्रंट बनाने की जुगत में जुटे केसीआर की राष्ट्रीय महत्वकांक्षा कांग्रेस को नागवार गुजरी है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाह पर टीआरएस अब बीआरएस यानी भारत निर्माण समिति हो गया है. यानी कांग्रेस का मानना है कि केसीआर मोदी विरोधी वोट को 2024 के लोकसभा चुनाव में बांटने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा कि जल्द ही केसीआर और उनकी पार्टी का वीआरएस यानी वॉलेंटरी रिटायरमेंट स्कीम हो जाएगा. कांग्रेस का आरोप है कि नाम बदलने से सोच नही बदलेगी. पार्टी ने कहा, ‘प्लास्टिक सर्जरी से कोई फायदा नहीं होगा. केसीआर का डीएनए सबको पता है.’
‘केसीआर तेलंगाना में लोकतंत्र का गला घोट रहे हैं’
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि चुनावी रणनीतिकार सुनील कानुगोलू के हैदराबाद स्थित कार्यालय पर पुलिस की छापेमारी किसी दस्तावेज और प्राथमिकी के बिना की गई है. उन्होंने कहा, ‘जब दिल्ली के शराब घोटाले में सीबीआई केसीआर की बेटी को तलब करती है तो वह कहते हैं कागज लाओ. अब वही केसीआर बिना किसी कागज और प्राथमिकी के यह सब कर रहे हैं. मोदी जी और केसीआर में कोई फर्क नहीं है.’ खेड़ा ने आरोप लगाया कि केसीआर तेलंगाना में लोकतंत्र का गला घोट रहे हैं. चंद्रशेखर राव राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के उद्देश्य से बुधवार को नई दिल्ली में अपनी पार्टी ‘भारत राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) के कार्यालय का उद्घाटन किया.
‘केसीआर के डीएनए और सोच के बारे में सबको पता है’
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में ‘नाइस’ यानी ‘नारकोटिक्स, इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी’ की कार्रवाई तथा केसीआर की पुलिस की मनमानी नहीं चलेगी. टीआरएस का नाम ‘बीआरएस’ करने को लेकर रेड्डी ने कहा, ‘केसीआर तेलंगाना का नाम मिटाना चाहते हैं. तेलंगाना से जो फायदा मिलना था, उन्हें मिल गया. हो सकता है कि (वह) अपनी पार्टी का नाम अंतरराष्ट्रीय कर दें.’ एक सवाल के जवाब में रेड्डी ने कहा, ‘नाम बदलने से डीएनए नहीं बदलेगा. प्लास्टिक सर्जरी से सोच नहीं बदलेगी. केसीआर के डीएनए और सोच के बारे में सबको पता है.’ रेड्डी ने कहा, ‘अखिलेश यादव और कुमारस्वामी भी बीआरएस के कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर उपस्थित थे. मैं इन दोनों नेताओं से कहता हूं कि आप जिसके साथ खड़े हैं वो सही आदमी नहीं है, वह भ्रष्ट है.’
दरअसल केसीआर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ एक फ्रंट बनाने की अगुवाई कर रहे हैं. अपनी कोशिश के तहत केसीआर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना उद्धव गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सहित लेफ्ट के नेताओं और डीएमके प्रमुख स्टालिन से बात कर चुके हैं.
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Tags: Congress, K Chandrashekhar Rao, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections
FIRST PUBLISHED : December 14, 2022, 17:28 IST