सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर मौत की सजा, संयुक्त राष्ट्र ने जताई आपत्ति
Protest in Iran:संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान किये गये एक कथित अपराध को लेकर ईरान द्वारा दोषी व्यक्ति को पहली बार मौत की सजा दिया जाना बहुत परेशन करने वाला है। उन्होंने कहा कि ईरान मौत की सजा देकर बाकी प्रदर्शनकारियों को हतोत्साहित करना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह भविष्य के सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए किया गया तेहरान का एक प्रयास है।
जिनेवा में प्रेसवार्ता में वोल्कर तुर्क ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ईरानी सरकार का मौत की सजा देने का फैसला स्पष्ट रूप से बाकी प्रदर्शकारियों को हतोत्साहित करने के मकसद से लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं केवल अधिकारियों से मौत की सजा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, विरोध प्रदर्शनों के संबंध में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने और मौत की सजा को खत्म करने की दिशा में काम करने की अपील कर सकता हूं।
मोहसिन शेखरी को दी गई मौत की सजा की विदेशों में व्यापक रूप से निंदा की गई। ईरान में विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए अन्य बंदियों को भी मौत की सजा होने की आशंका का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमीयर ने शुक्रवार को ईरान के प्रदर्शनकारियों की प्रशंसा की और तेहरान के अधिकारियों से अपने ही लोगों के खिलाफ ‘अमानवीय’ कार्रवाई को समाप्त करने की अपील की।