इमरान खान की पार्टी पीटीआई के एक सांसद को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें क्या है आरोप?
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में जब से इमरान खान के हाथ से सत्ता गई है, आए दिन उनपर और उनके समर्थकों पर कुछ ना कुछ आरोप लग ही रहे हैं। इसी कड़ी में पीटीआई के एक और नेता पर कार्रवाई हुई है। पाकिस्तान की सरकार ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र और धमकाने वाली भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में रविवार को इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के एक सांसद को गिरफ्तार कर लिया । सैन्य नेतृत्व के खिलाफ ट्वीट करने को लेकर संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने आजम स्वाति को दो महीने के अंदर दूसरी बार हिरासत में लिया है। इसके पहले एफआईए ने उन्हें बीते अक्टूबर के महीने में गिरफ्तार किया था। सरकार की ओर से इस्लामाबाद साइबर क्राइम रिपोर्टिंग सेंटर (सीसीआरसी) के तकनीकी सहायक अनीसुर रहमान की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर एफआईए ने इलेक्ट्रॉनिक अपराध प्रतिषेध अधिनियम-2016 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
सरकारी अधिकारियों के खिलाफ ट्वीट करने का आरोप
प्राथमिकी में कहा गया कि स्वाति और अन्य तीन ट्विटर खातों-वूल्फ1एके, हकीकतटीवी_20, आजादी99 से दुर्भावना के तहत राज्य के संस्थानों और सेवानिवृत्त हो रहे सैन्य प्रमुख कमर जावेद बाजवा समेत अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ धमकी भरे ट्वीट करने का घृणित अभियान शुरू किया गया है। प्राथमिकी के मुताबिक स्वाति ने गत 26 नवंबर को ट्वीट किया था कि वह एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ हर मंच पर बोलेंगे। इसी तरह 19 नवंबर को ‘आजादी99’ नामक खाते से एक ट्वीट साझा किया था जिसमें सेना प्रमुख को देश की तबाही के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था जिसके जवाब में स्वाति ने कहा था- ‘आपका धन्यवाद।’ इसी तरह एक अन्य आपत्तिजनक ट्वीट के जवाब में स्वाति ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
बीते अक्टूबर के महीने में भी हुई कार्रवाई
प्राथमिकी में कहा गया है कि इस तरह के नाम लेकर दोषारोपण करने वाले धमकी भरे ट्वीट विध्वंस करने वाले शरारतपूर्ण कृत्य हैं ताकि सशस्त्र बलों के कर्मियों में दरार डालकर पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाया जा सके। इसके पहले अक्टूबर में भी स्वाति को जनरल बाजवा की आलोचना करने वाले ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया गया था और उन्हें एक हफ्ते बाद जमानत पर रिहा किया गया था। लेकिन स्वाति ने आरोप लगाया था कि आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फैजल नसीर के इशारे पर बंदी बनाये जाने के दौरान उनके कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई और उनको प्रताड़ित किया गया।