UPA के शासन में मारे गए 4 हजार आतंकवादी, मोदी सरकार ने तोड़ी आतंक की कमर, RTI में हुआ खुलासा
हाइलाइट्स
2004 और 2013 (यूपीए के 10 साल के शासन) के बीच, 9,321 आतंकवादी हमले हुए.
यूपीए शासन काल में 4,005 आतंकवादी मारे गए और 878 अन्य पकड़े गए.
साल 2014 से अगस्त 2022 तक, 2,132 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिनमें 1,538 चरमपंथियों का सफाया हुआ .
पुणे. मौजूदा केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाया हुआ है. साल 2014 से लेकर अब तक केंद्र सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से लिया है और सरकार लगातार इसके खिलाफ एक्शन मोड में नजर आई है. वहीं मंगलवार को आतंकवाद संबंधित आरटीआई के तहत चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं. दरअसल, पिछली कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार और मौजूदा भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में आतंकियों को मारने का आंकड़ा सामने आया है, जिसमें सबसे अधिक आतंकवादी यूपीए सरकार में मार गिराए गए हैं. हालांकि आतंकी हमले भी यूपीए सरकार में ज्यादा हुए हैं.
पुणे के व्यवसायी प्रफुल सारदा ने साल 2004 से 2022 तक के देश में आतंकवादी घटनाओं पर विवरण के लिए आरटीआई डाला था. इसके बाद इस आरटीआई का जवाब गृह मंत्रालय, जम्मू और कश्मीर के सीपीआईओ कबीरराज सबर द्वारा प्रदान किया गया है. आंकड़ों के मुताबिक 2004 और 2013 (यूपीए के 10 साल के शासन) के बीच, 9,321 आतंकवादी हमले हुए, जिसमें 4,005 आतंकवादी मारे गए और 878 अन्य पकड़े गए. जबकि साल 2014 से अगस्त 2022 (एनडीए के साढ़े आठ साल के शासन) तक, 2,132 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिनमें 1,538 चरमपंथियों का सफाया हुआ और 1,432 को गिरफ्तार किया गया.
साढ़े 18 साल में 11,453 आतंकवादी हमले हुए
आरटीआई डालने वाले सारदा ने कहा कि पिछले साढ़े 18 सालों में 11,453 आतंकवादी हमले हुए. भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने 5,543 आतंकवादियों को मार गिराया और 2,310 चरमपंथियों को गिरफ्तार कर लिया. यूपीए सरकार के दौरान साल 2004 में 2,565 आतंकी घटनाएं और 976 आतंकी मारे गए,साल 2005 में 1,990 आतंकी हमले और 917 आतंकियों का सफाया. साल 2006 में 1,667 आतंकी घटनाएं और 591 आतंकवादी मारे गए.
साल 2013 में 67 आतंकी मारे गए
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2007 में 1,092 हमले और 472 मारे गए. साल 2008 में 708 घटनाएं, 339 का सफाया और 305 गिरफ्तारियां. इसके अलावा साल 2009 में 499 आतंकी हमले, 239 मारे गए और 187 पकड़े गए. साल 2010 में 368 घटनाएं, 232 दहशतगर्द मारे गए और 155 गिरफ्तार किए गए. साल 2011 में 195 हमले, 100 मारे गए और 145 गिरफ्तार, 2012 में 124 घटनाएं, 72 का सफाया और 150 गिरफ्तार. साल 2013 में 113 हमले, 67 मारे गए और 86 पकड़े गए.
साल 2020 में 221 आतंकवादी मारे गए
साल-दर-साल सामने आए एनडीए शासन के आंकड़े हैं. साल 2014 में 151 आतंकी हमले, 110 मारे गए, 70 पकड़े गए, 2015 में 143 घटनाएं, 108 की मौत और 67 गिरफ्तार. 2016 में 223 हमले, 150 मारे गए और 79 गिरफ्तार. साल 2017 में 279 घटनाएं, 213 मारे गए और 97 गिरफ्तार. साल 2018 में 417 हमले, 257 मारे गए और 105 गिरफ्तार. साल 2019 में 255 घटनाएं, 157 मारे गए और 115 गिरफ्तार. साल 2020 में 244 हमले, 221 मारे गए और 328 गिरफ्तारियां.साल 2021 में 229 घटनाएं, 180 की मौत और 311 गिरफ्तार और अगस्त 2022 तक 191 आतंकी हमले, 142 मारे गए और 260 पकड़े गए.
सबसे ज्यादा आतंकी भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने मारे हैं
सारदा ने कहा कि आंकड़े केवल जम्मू और कश्मीर क्षेत्र से संबंधित चौंकाने वाले हैं और इंगित करते हैं कि देश की पश्चिमी सीमाएं कितनी कमजोर हैं, जबकि उत्तरी और उत्तर-पूर्वी सीमाओं पर अन्य आतंकवादी घटनाओं का विवरण प्रदान नहीं किया गया है. आरटीआई के जवाब के अनुसार, सबसे अधिक आतंकवादी भारतीय सेना और सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए, जिन्होंने यूपीए सरकार में सबसे अधिक आतंकी हमलों का सामना किया. ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद, भाजपा शासन स्पष्ट रूप से आतंकवाद की रीढ़ तोड़ने में सफल रहा है. क्योंकि हत्याओं में तेज गिरावट के साथ हमले कम हुए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Jammu kashmir, UPA government
FIRST PUBLISHED : October 18, 2022, 19:00 IST