Vinesh Phogat World Wrestling Championships: हारकर जीतने वाली को विनेश फोगाट कहते हैं
Highlights
- विनेश फोगाट ने जीता कांस्य पदक
- वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक
- विनेश ने रेपचेज राउंड से जीता सिल्वर मेडल
Vinesh Phogat World Wrestling Championships: विनेश फोगाट ने वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में आखिरकार पोडिय पर जगह बना ही ली। खास बात ये है कि विनेश को ये जगह वर्ल्ड चैंपियनशिप के पहले राउंड में हारने के बाद मिली। हरियाणा की इस महिला पहलवान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपना नाम किया और जीत की एक नई इबारत लिख दी।
विनेश फोगाट ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ड मेडल हासिल करने के लिए भारतीय पहलवान को मेडल बाउट में स्वीडन की एम्मा जोना मालमग्रेन से भिड़ना था। विनेश फोगाट ने इस मुकाबले में स्वीडिश रेसलर को शिकस्त देकर कांस्य पदक जीता और इतिहास रच दिया। उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए इस मुकाबले में मालमग्रेन को 8-0 से हराया। इस जीत के साथ वह वर्ल्ड चैंपियनशिप के इस इवेंट में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। बता दें कि विनेश ने 2019 सीजन में कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल को अपने नाम किया था था।
विनेश फोगाट को पहले राउंड में मिली थी हार
क्वालीफिकेशन राउंड के अपने पहले मुकाबले में मंगलवार को विनेश को 2022 एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता मंगोलिया की खुलन बटखुयाग से हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय पहलवान मंगोलियाई रेसलर को चुनौती देने में नाकाम रही थीं और 0-7 की शिकस्त के साथ उलटफेर का शिकार हो गईं थी। Commonwealth Games में शानदार प्रदर्शन के बाद गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाली विनेश यहां थकी हुई नजर आईं थीं। एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता के खिलाफ महिला फ्रीस्टाइल 53 किग्रा वर्ग के मुकाबले के अंतिम सेकेंडों में विनेश संतुलन खो बैठीं जिसका फायदा उठाकर विरोधी ने उन्हें चित्त कर दिया था। बटखुयाग ने पहले दौर के बाद 3-0 की बढ़त ले ली थी और विश्व चैंपियनशिप की पूर्व कांस्य पदक विजेता को अंतिम सेकेंड में मैट पर पीठ के बल पटककर चार अंक हासिल किए और एक बड़ी जीत हासिल की।
रेपचेज राउंड में जीत हासिल कर जीता कांस्य पदक
इसके बाद विनेश ने रेपचेज राउंड के रास्ते ब्रॉन्ज प्ले-ऑफ में जगह बनाई। विनेश को ये मौका बटखुयाग के फाइनल में पहुंचने के बाद मिला जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाते हुए ब्रॉन्ज मेडल को अपने नाम किया।