Steve Smith Century: क्या स्मिथ ने कप्तान बनने के लिए जानबूझकर घटाई रफ्तार? 22 महीने बाद लगाया वनडे शतक
Highlights
- स्टीव स्मिथ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाया शतक
- स्मिथ ने 22 महीने के बाद वनडे क्रिकेट में लगाया शतक
- ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की रेस में स्मिथ आगे
Steve Smith Century: विराट कोहली और स्टीव स्मिथ को हमेशा से एक जोरदार कंपिटिटर माना गया है। एशिया कप 2022 के आखिरी मुकाबले में स्टार भारतीय बल्लेबाज ने अफगानिस्तान के खिलाफ लंबे इंतजार के बाद सेंचुरी लगाई तो भला स्टीव स्मिथ क्यों पीछे रहते। कुछ ही दिनों के बाद इस बेहतरीन कंगारू बल्लेबाज ने भी शतकीय पारी खेल दी। कोहली की ही तरह उन्होंने भी लंबे इंतजार के बाद वनडे में शतक लगाया। उनकी इस शतकीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड का तीन वनडे की सीरीज में क्लीन स्वीप भी कर दिया।
स्मिथ ने 22 महीने के लंबे इंतजार के बाद लगाया वनडे शतक
स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट में इस एक अदद सेंचुरी के लिए 22 महीने तक इंतजार किया। हालांकि उनका इंतजार कोहली से छोटा रहा, जिन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक लगाने के लिए 34 महीने का लंबा फासला तय करना पड़ा। स्मिथ ने वनडे में अपना पिछला शतक भारत के खिलाफ 29 नवंबर 2020 को सिडनी में लगाया था। इसके बाद उन्होंने आठ वनडे मैच खेले लेकिन सेंचुरी नहीं लगा सके।
स्मिथ को कप्तान बना सकती है ये सेंचुरी
स्मिथ की इस सेंचुरी की टाइमिंग जबरदस्त रही। उन्होंने ये पारी ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ऐरन फिंच के करियर के आखिरी वनडे मैच में खेली। फिंच पहले ही इस मुकाबले के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर चुके हैं। जाहिर है, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए नए कप्तान की तलाश कर रहा है और स्मिथ कप्तानी की रेस में शामिल हैं। ऐसे में इस सेंचुरी से उनके कप्तान बनने की संभावना काफी बढ़ गई है। स्टीव स्मिथ के पास ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी का अनुभव भी है। उन्हें मार्च 2018 में साउथ अफ्रीका दौरे पर बॉल टेंपरिंग स्कैंडल में बतौर कप्तान शामिल होने के चलते एक साल के लिए क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया गया था।
स्मिथ ने लगाया करियर का सबसे धीमा शतक
स्मिथ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे और अंतिम वनडे में 127 गेंदों पर शतक लगाया। ये उनके करियर में लगा सबसे धीमा शतक है। हालांकि उन्होंने 50 के आंकड़े को महज 46 गेंदों में छू लिया था पर इसके बाद उन्होंने रन बनाने की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। संभव है वक्त की नजाकत को ध्यान में रखकर शतक लगाने के लिए उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया हो।