1952 के बाद पहली बार गूंजेगा ‘गॉड सेव द किंग’, ऐसे होगा किंग चार्ल्स III का राज्याभिषेक।’God Save the King’ will resonate for the first time since 1952, this is how King Charles III will be coronated
Highlights
- नए ब्रिटिश महाराज के राज्यारोहण की डेट अभी तय नहीं
- सदियों पुराने नेशनल एंथम को बदला जाएगा
- वेस्टमिंस्टर एबे में हो सकता है राज्याभिषेक समारोह
Britain’s New Monarch: अपनी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के तुरंत बाद चार्ल्स महाराज बन गए। लंदन में सेंट जेम्स पैलेस में एक समारोह के दौरान शनिवार को उन्हें आधिकारिक तौर पर ‘महाराज चार्ल्स तृतीय’ घोषित किया गया और उनके राज्याभिषेक तक कई और औपचारिक कदम उठाए जाएंगे। आइए एक नए ब्रिटिश महाराज के राज्यारोहण के वक्त की सदियों पुरानी परंपराओं और नियमों पर एक नजर डालते हैं।
औपचारिक रूप से नये महाराज की घोषणा कौन करता है?
ब्रिटेन में एक महाराज/महारानी की मृत्यु के बाद उनकी मृत्यु और उनके उत्तराधिकारी की आधिकारिक तौर पर घोषणा ‘एक्सेशन काउंसिल’ द्वारा की जाती है। महाराज/महारानी की मृत्यु के 24 घंटे के भीतर सेंट जेम्स पैलेस में परंपरागत रूप से काउंसिल की औपचारिक बैठक बुलाई जाती है। महाराज चार्ल्स तृतीय के राज्यारोहण समारोह में देरी हुई, क्योंकि गुरुवार की शाम तक महारानी की मृत्यु की घोषणा नहीं की गई थी और शुक्रवार के कार्यक्रमों की तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय नहीं था। ‘एक्सेशन काउंसिल’ प्रिवी काउंसिल के सदस्यों से बनी है, जिसमें ज्यादातर पूर्व और मौजूदा राजनीतिज्ञ, चर्च ऑफ इंग्लैंड के नेता और शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्य शामिल हैं। प्रिवी काउंसिल को नए महाराज की घोषणा की निगरानी के लिए ‘एक्सेशन काउंसिल’ में बुलाया जाता है, लेकिन शनिवार को प्रिवी काउंसिल के सिर्फ 200 सदस्यों को ही बुलाया गया, जबकि प्रिवी काउंसिल के सदस्यों की संख्या अब 700 हो गई है। समारोह का पहली बार टेलीविजन पर सीधा प्रसारण शनिवार को किया गया।
King Charles III will be coronated
1952 के बाद पहली बार ‘गॉड सेव द किंग’ नेशनल एंथम गाया जाएगा
18 वीं शताब्दी से चली आ रही परंपरा के मुताबिक किंग चर्च ऑफ स्कॉटलैंड को संरक्षित (प्रिजर्व) करने की शपथ लेंगे। इसके बाद सेंट जेम्स पैलेस की बालकनी से एक सार्वजनिक घोषणा की जाएगी। एक अधिकारी, जिसे गार्टर किंग ऑफ आर्म्स कहा जाता है, वो घोषणा करेगा- प्रिंस चार्ल्स-III ब्रिटेन के नए किंग हैं। इसके बाद ब्रिटेन का राष्ट्रगान गाया जाएगा। 1952 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब ब्रिटेन के राष्ट्रगान का शब्द होगा- ‘गॉड सेव द किंग’। इससे पहले गॉड सेव द क्वीन था। इसके बाद हाइड पार्क, लंदन टॉवर और नौसैनिक जहाजों से तोपों की सलामी दी जाएगी।
King Charles III (Britain’s New Monarch)
चार्ल्स के महाराज घोषित होने के बाद क्या होगा?
एक नए महाराज की औपचारिक रूप से पुष्टि होने के तुरंत बाद, महाराज प्रिवी काउंसिल की पहली बैठक आयोजित होगी और एक व्यक्तिगत घोषणा की जाएगी और फिर 1707 के संघ अधिनियम के अनुसार चर्च ऑफ स्कॉटलैंड को बनाए रखने की शपथ लेंगे। बाद में, ‘गार्टर किंग ऑफ आर्म्स’ के रूप में जाना जाने वाला एक अधिकारी सार्वजनिक रूप से सेंट जेम्स पैलेस में एक बालकनी से नए महाराज की घोषणा को पढ़ा जाएगा और लंदन के चारों ओर तोपों की सलामी दी जाएगी। नए महाराज या महारानी की घोषणा तब सार्वजनिक रूप से सेंट जेम्स पैलेस के साथ-साथ विभिन्न सम्बद्ध देशों की राजधानियों -एडिनबर्ग, कार्डिफ और बेलफास्ट- में की जाती है।
चार्ल्स के महाराज घोषित करने के बाद पहले दिन या राज्याभिषेक के समय, जो भी पहले हो, संसद में घोषित करना होगा कि वह एक विश्वसनीय ‘प्रोटेस्टैंट’ हैं। शपथ ग्रहण उत्तराधिकार घोषणा अधिनियम, 1910 द्वारा अनिवार्य है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय छह फरवरी 1952 को अपने पिता किंग जॉर्ज षष्ठम की मृत्यु के बाद महारानी बनीं। वर्ष 1953 में वेस्टमिंस्टर एबे में उनका राज्याभिषेक हुआ था। चार्ल्स के राज्याभिषेक की तिथि अभी ज्ञात नहीं है। ऐसी पूरी संभावना है कि वेस्टमिंस्टर एबे में ही उनका राज्याभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा।