चिलगोजा तोड़ने के लिए हाइड्रोजन बैलून का किया था इस्तेमाल, दो दिन तक उड़ता रहा आकाश में-Hydrogen balloon was used to break Chilgoza
Highlights
- चिलगोजा के पेड़ 20 मीटर तक ऊंचे होते हैं
- हू की उम्र करीब 40 साल है
- सुरक्षित कूदने में कामयाब हो गया
World News: चीन से एक हैरान करने देने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां हाइड्रोजन बैलून में एक व्यक्ति ने दो दिनों तक अपना समय गुजारा। आप जानकार हैरान हो जाएंगे कि उसने ऐसा क्यों किया था, आपको बता दें कि चिलगोजा को पेड़ से तोड़ने के लिए उसने एक बड़े हाइड्रोजन गुब्बारे का प्रयोग किया था। इस व्यक्ति का नाम हू हैं। ये हेइलोंगजियांग प्रांत के एक वन पार्क में गुब्बारे पर सवार था और सबसे चौकाने वाली बात थी उसके साथ उसका दोस्त भी था। हालांकि हू ने ऐसा सोचा भी नहीं था कि गुब्बारा अपना नियत्रंण खो जाएगा। गुब्बारा उड़ते-उड़ते करीब 320 किमी की दूर चला गया।
रूस सीमा के नजदीक मिला
गुब्बारे से एक साथी सुरक्षित कूदने में कामयाब हो गया लेकिन हू गुब्बारे में ही फंसा रहा है। दूसरे व्यक्ति ने तुरंत प्रशासन को तुरंत जानकारी दी कि हू गुम हो गए हैं। जिसके बाद हू की तलाश शुरू हुई। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बचाव दल से हम सभी सीधे संपर्क बनाए हुए, टीम जल्द से जल्द खोजने में लगी है। सरकारी मीडिया सीसीटीवी के मुताबिक, हू उड़ते-उड़ते रूसी सीमा के करीब फांगझेंग इलाके में उतरने में सफल रहा। हालांकि वह सुरक्षित हैं। हूं पूरे समय में गुब्बारें खड़ा था जिसके कारण उसके बॉडी में दर्द हो गया है जिसके इलाज के लिए उसे भर्ती कराया गया है।
टीम को कहा धन्यवाद
एक अधिकारी ने बताया कि हूं की उम्र करीब 40 साल है। प्रशासन ने बताया कि यह घटना चिलगोजा तोड़ने के दौरान हुई। आपको बता दें कि चिलगोजा का इस्तेमाल उत्तरी चीन में खाना बनाने में किया जाता है। उन्होंने कहा है कि हू को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज जारी है। सीसीटीवी से बातचीत में हू ने कहा, ‘मैंने जिंदा रहने की उम्मीद छोड़ दी थी। रेस्क्यू टीम का शुक्रिया कहते हुए बताया कि अगर टीम नहीं होती तो नहीं मर जाता। टीम को उसने बताया कि मुझे काफी ठंड लग रही है और भूख भी लगी है।
चीन में अकसर ऐसा करते हैं चीनी
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि चिलगोजा का पेड़ कैसा होता है। आपतको बता दें कि चिलगोजा के पेड़ 20 मीटर तक ऊंचे होते हैं। हाल के वर्षों में चीन में चिलगोजा को तोड़ने के लिए हाइड्रोजन और हीलियम के गुब्बारों का प्रयोग करना अब आम बात सा हो गया है। इस पहले 2019 में इसी तरह की सेम घटना हुआ था। जब एक आदमी का गुब्बारा चिलगोजा तोड़ते हुए 10 किमी तक आगे चल गया था। उसने भी कूद कर जान बचाई थी। हालांकि बाद में उन्हें विमानन नियम तोड़ने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 2017 में उत्तर कोरिया सीमा के पास घटना घटा था जिसमें व्यक्ति लापता हो गया था।