सब सच है, क्योंकि कहानी झूठी है… ये लिखकर जम्मू यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर ने आत्महत्या कर ली
जम्मू. जम्मू यूनिवर्सिटी में एक सहायक प्रोफेसर के सुसाइड (Associate Professor Chandra Shekhar Suicide Case) करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. साईकोलॉजी विभाग (Psychology Department) के सहायक प्रोफेसर चंद्र शेखर (54) पर उनकी विभाग की कुछ छात्राओं ने सेक्सुअल हरासमेंट (Sexual Harassment) करने का गंभीर आरोप लगाया था.
इस बाबत यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के पास भी कुछ छात्राओं ने शिकायत की थी जिससे आहत होकर गत 7 सितंबर यानी बुधवार को प्रोफेसर ने अपने कार्यालय में फंदा लगाकर जान दे दी. अब इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के उपर कई गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं. सहायक प्रोफेसर पर लगे आरोपों की जांच केस कमेटी कर रही थी जिसने उनको दोषी पाया था.
यूनिर्वसिटी के सहायक प्रोफेसर चंद्र शेखर के सुसाइड करने के बाद अब उनके समर्थन में छात्र हगांमा कर रह हैं. वहीं, इस पूरे मामले में सीबीआई से जांच की मांग भी की जा रही है. एसआईटी गठन को लेकर छात्रों ने यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा किया. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी में एक नेक्सेस चल रहा है क्योंकि सहायक प्रोफेसर अब एचओडी बनने वाले थे और एक सोची समझी साजिश के तहत ऐसा किया गया.
इस मामले पर एक छात्र का कहना है कि यूनिवर्सिटी में लॉबी सिस्टम है. इसकी सीबाीआई जांच होनी चाहिए क्योंकि एक साईकालॉजी के प्रोफसर जो अब एचओडी बनने वाले थे, उसको सोची समझी साजिश के तहत फंसाया गया. यहां पर एक-एक आदमी कई पदों पर बैठा हुआ है. केस कमेटी ने कैसे जांच की. पहली तारीख को इल्जाम लगा और दो दिन छुट्टी के बाद कमेटी ने तुगलकी फरमान निकाल कर उसको दोषी करार दे दिया. लेकिन यहां पर ऐसा नही हुआ. उनकों प्रताड़ित किया कि वो आदमी जो लोगों को समझाता था उसने आत्महत्या कर ली.
वहीं, सहायक प्रोफसर के परिवार ने भी आरोप लगाए है कि उनको फंसाया गया था. उनको तंग किया जाता रहा है क्योंकि वह एचओडी बनने जा रहे थे. लेकिन उससे पहले एक साजिश के चहत उनका कत्ल हुआ है.
सहायक प्रोफसर की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है क्योंकि जम्मू कश्मीर एससी, एसटी सगंठनों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. और जम्मू में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू कशमीर एससी एसटी सगंठन के प्रधान रमेश कलसोत्रा ने कहा कि प्रोफसर को तंग किया गया, प्रताड़ित किया गया. उन्होंने अपने कमरें के ब्लैक बोर्ड पर ये लिख कर ..सब सच है क्योंकि कहानी झूठी है और आत्महत्या कर ली. हम इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं.
उधर, इस मामले में जम्मू यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रकाश अंथल का कहना है कि मुझे दु:ख है कि हमारा एक साथी आज नही रहा है. उनके खिलाफ सेक्सयुल हरासमेंट की शिकायत थी जिसकी जांच की गई. इसकी शिकायत कुछ छात्राओं की ओर से की गई थी. और केस कमेटी ने इसकी जांच की. इसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था. लेकिन उन्होंने अपने रुम में आत्महत्या कर ली. ब्लैक बोर्ड पर कुछ लिखा था कि सब सच है क्योंकि कहानी झूठी है.
जम्मू यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफसर चंद्र शेखर का शव उनके परिवार के हवाले कल शाम कर दिया गया था जिसे लेकर वह मेरठ यूपी के लिए निकल गए है.
बताते चलें कि जम्मू यूनिवर्सिटी कॉम्लेक्स में एक एसोसिएट प्रोफेसर का शव बुधवार को उनके आवासीय क्वार्टर के अंदर फंदे से लटका पाया गया था. कुछ विद्यार्थियों की ओर से उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत किए जाने पर एक दिन पहले ही उन्हें निलंबित किया गया था. यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने बताया कि मेरठ के रहने वाले मनोविज्ञान के प्रोफेसर 54 वर्षीय चंद्र शेखर अपनी पत्नी और बेटी के साथ कैंपस में रह रहे थे और एक सितंबर को उनके खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत से परेशान थे.
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FIRST PUBLISHED : September 09, 2022, 15:47 IST