Neeraj Chopra: निशाने पर डायमंड लीग फाइनल्स का खिताब, इतिहास रचने की दहलीज पर खड़े नीरज चोपड़ा
Highlights
- नीरज चोपड़ा से डायमंड लीग फाइनल्स टाइटल की उम्मीद
- चोपड़ा बन सकते हैं डायमंड लीग फाइनल्स टाइटल जीतने वाले पहले भारतीय
- इंजरी के बाद नीरज चोपड़ा की जोरदार वापसी
Neeraj Chopra: भारत के चैंपियन जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा इतिहास रचने की दहलीज पर खड़े हैं। ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा की निगाहें डायमंड लीग खिताब पर लगी हुई हैं। वह गुरुवार को ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल्स में खिताब के मजबूत दावेदार के तौर पर आगाज करने वाले हैं। हालांकि 24 साल के भारतीय एथलीट के लिए ये मुकाबला आसान नहीं होगा लेकिन उनकी क्षमता और उपलब्धियां बताती है कि वे इस खिताब को अपने नाम करने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं।
इंजरी के बाद चोपड़ा की शानदार वापसी
बता दें कि नीरज चोपड़ा ने चोट के चलते कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शिरकत नहीं की, एक महीने तक बाहर रहे और शानदार वापसी करते हुए 26 जुलाई को डाइमंड लीग सीरीज का लुसाने स्टेज जीतकर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। वह लुसाने में अपने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर का थ्रो करके टाइटल को अपने नाम किया था। यहां उन्होंने अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो किया।
चोपड़ा से डायमंड लीग फाइनल्स टाइटल की उम्मीद
सुपरस्टार भारतीय एथलीट ने ने 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था पर सातवें और चौथे स्थान पर रहे। अच्छी खबर ये है कि फाइनल्स में शामिल 6 जेवलिन थ्रो प्लेयर्स में वर्ल्ड चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स इंजरी के कारण नहीं होंगे। चोपड़ा के सबसे बड़े कंपिटीटर चेक रिपब्लिक के ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट याकुब वाडलेज यहां मौजूद होंगे।
शानदार फॉर्म में नीरज चोपड़ा
चोपड़ा ने लुसाने में 85.88 मीटर दूर भाला फेंकने वाले वालडेज को हराकर जीत दर्ज की थी। लेकिन वह इस सीजन में 90 मीटर से ऊपर की थ्रो कर चुके हैं और ज्यूरिख फाइनल्स में 27 अंक के साथ टॉप पर जगह बनाई है। वहीं भारतीय खिलाड़ी ने 15 अंकों के साथ चौथे स्थान पर क्वालीफाई किया। डाइमंड लीग टेबल में टॉप 6 एथलीट्स ने ज्यूरिख फाइनल्स में क्वालीफाई किया है।
इस सीजन चोपड़ा और वालडेज चार बार एक दूसरे का सामना कर चुके हैं और हर मौके पर बाजी भारतीय एथलीट ने ही मारी। 14 जूनु को पावो नुर्मी गेम्स और 30 जून को स्टॉकहोम डाइमंड लीग में चोपड़ा दूसरे स्थान पर रहे तो वाडलेज ने छठा और चौथा स्थान हासिल किया। चोपड़ा ने यूजीन में वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीता जबकि वाडलेज ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। लेकिन हरियाणा के इस एथलीट को 33 साल के इस अनुभवी खिलाड़ी से सावधान रहना होगा क्योंकि वे 2016 और 2017 में डाइमंड लीग फाइनल्स के विजेता रहे चुके हैं।
डायमंड लीग फाइनल्स में हर कंपिटीशन के विजेता को ट्रॉफी, 30 हजार डॉलर बतौर प्राइज मनी और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में 2023 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड दिया जाएगा।