सार
गुजरात ने भले ही इस मैच को जीत लिया हो, लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या के फॉर्म ने टीम की चिंता बढ़ा दी है। चोट के बाद वापसी करने वाले हार्दिक ने शुरुआती मैचों में तो धमाकेदार प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले छह मैचों में उनका बल्ला नहीं चला।
आईपीएल की मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स को सीजन में एक और हार का सामना करना पड़ा। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम को 13 मैचों में नौवीं बार हार मिली। कप्तान धोनी ने टीम में कई बड़े बदलाव किए। उन्होंने बुजुर्ग खिलाड़ियों को बाहर किया। रॉबिन उथप्पा, अंबाती रायुडू और ड्वेन ब्रावो की जगह युवाओं को मौका दिया, लेकिन टीम को जीत नहीं मिली।
चेन्नई की टीम में प्रशांत सोलंकी और मथीशा पथिराना को पहली बार मौका मिला। मिचेल सैंटनर और एन जगदीशन की वापसी हुई। डेब्यू करने वाले दो खिलाड़ियों ने प्रभावित किया। जगदीशन ने 33 गेंद पर नाबाद 39 रन बनाए। पथिराना ने 3.1 ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिए। वहीं, प्रशांत सोलंकी ने चार ओवर में 18 रन दिए। महेंद्र सिंह धोनी और शिवम दुबे के आखिरी ओवरों में फेल होने के कारण टीम को हार मिली।
दूसरी ओर, गुजरात ने भले ही इस मैच को जीत लिया हो, लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या के फॉर्म ने टीम की चिंता बढ़ा दी है। चोट के बाद वापसी करने वाले हार्दिक ने शुरुआती मैचों में तो धमाकेदार प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले छह मैचों में उनका बल्ला नहीं चला। गुजरात के कप्तान पिछली छह पारियों में क्रमश: 10, तीन, एक, 24, 11 और सात रन बनाए हैं। टूर्नामेंट के अहम मोड़ पर उनका आउट फॉर्म होना न तो गुजरात के लिए शुभ संकेत है और न ही टीम इंडिया के लिए। हार्दिक का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के हो सकता है। ऐसे में उनके प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजर रहेगी।
मैच में टर्निंग पॉइंट
चेन्नई की पारी के आखिरी पांच ओवर: चेन्नई ने 15 ओवर में दो विकेट पर 109 रन बना लिए थे। ऋतुराज गायकवाड़ 45 गेंद पर 51 और जगदीशन 20 गेंद पर 28 रन बनाकर नाबाद थे। यहां से आठ विकेट हाथ में रहने पर कम से कम 55-60 रन जरूर बनते हैं, लेकिन चेन्नई ने सुनहरा मौका गंवा दिया। 16वें ओवर में चार रन बने और ऋतुराज आउट हुए। 17वें ओवर में शिवम दुबे आउट हुए और तीन रन ही बने। 18वें ओवर में सिर्फ तीन रन बने। 19वें ओवर में आठ रन आए और 20वें ओवर में छह रन बने। धोनी का विकेट भी आखिरी ओवर में गिरा। इस तरह अंतिम पांच ओवर में चेन्नई की टीम सिर्फ 24 रन बना सकी। टीम ने 20-25 रन कम बनाए। इसी कारण टीम को हार भी मिली।
दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन?
बल्लेबाजी में दोनों टीमों के कप्तानों ने निराश किया। धोनी और हार्दिक का बल्ला नहीं चला। एक तरफ धोनी ने 10 गेंद पर सात रन बनाए। दूसरी ओर हार्दिक ने छह गेंद पर सात रन की पारी खेली। दोनों कप्तानी भी शानदार की। हार्दिक ने आखिरी ओवरों में चेन्नई को रन नहीं बनाने दिया तो दूसरी ओर धोनी ने गुजरात को जीतने के लिए अंतिम ओवर तक खेलने के लिए मजबूर किया। उनके हिस्से में रन ही कम थे। इसलिए ज्यादा कुछ कर नहीं सकते थे।
चेन्नई के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: ऋतुराज के साथ-साथ जगदीशन ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। गेंदबाजी में मिचेल सैंटनर, प्रशांत सोलंकी, मथीशा पथिराना और मोईन अली ने कसी गेंदबाजी की। पथिराना और मोईन को सफलता मिली। सैंटनर ने चार ओवर में 24 और प्रशांत ने चार ओवर में 18 रन ही दिए।
नकारात्मक पक्ष: डेवोन कॉनवे, शिवम दुबे और धोनी ने बल्ले से निराश किया। ऋतुराज, जगदीशन और मोईन ने अच्छी शुरुआत तो की, लेकिन तेजी से रन नहीं बना सके। ऋतुराज ने 53 रन के लिए 49 गेंद, मोईन ने 21 रन के लिए 17 और जगदीशन ने 39 रन के लिए 33 गेंद लिए। गेंदबाजी में मुकेश चौधरी और सिमरजीत सिंह महंगे साबित हुए। दोनों को सफलता नहीं मिली।
गुजरात के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: मोहम्मद शमी, हार्दिक पांड्या और अल्जारी जोसेफ ने किफायती गेंदबाजी की। शमी ने चार ओवर में 19 रन देकर दो विकेट लिए। हार्दिक ने दो ओवर में सिर्फ आठ रन दिए और अल्जारी ने तीन ओवर में 15 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया।े बल्लेबाजी में ऋद्धिमान साहा ने कमाल की पारी खेली। उन्होंने 57 गेंद पर नाबाद 67 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी।
नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजी में यश दयाल, राशिद खान और साई किशोर महंगे साबित हुए। यश ने तीन ओवर में 27 रन लुटाए। राशिद ने चार ओवर में 31 रन देकर एक विकेट लिए। वहीं, साई किशोर ने भी चार ओवर में 31 रन दिए और एक विकेट अपने नाम किया। बल्लेबाजी में शुभमन गिल 17 गेंद पर 18 रन बनाकर आउट हो गए। अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। ठीक ऐसा ही मैथ्यू वेड के साथ हुए। 15 गेंद पर 20 रन बनाकर वेड पवेलियन लौट गए। हार्दिक ने छह गेंद पर सिर्फ सात रन बनाए।
विस्तार
आईपीएल की मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स को सीजन में एक और हार का सामना करना पड़ा। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम को 13 मैचों में नौवीं बार हार मिली। कप्तान धोनी ने टीम में कई बड़े बदलाव किए। उन्होंने बुजुर्ग खिलाड़ियों को बाहर किया। रॉबिन उथप्पा, अंबाती रायुडू और ड्वेन ब्रावो की जगह युवाओं को मौका दिया, लेकिन टीम को जीत नहीं मिली।
चेन्नई की टीम में प्रशांत सोलंकी और मथीशा पथिराना को पहली बार मौका मिला। मिचेल सैंटनर और एन जगदीशन की वापसी हुई। डेब्यू करने वाले दो खिलाड़ियों ने प्रभावित किया। जगदीशन ने 33 गेंद पर नाबाद 39 रन बनाए। पथिराना ने 3.1 ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिए। वहीं, प्रशांत सोलंकी ने चार ओवर में 18 रन दिए। महेंद्र सिंह धोनी और शिवम दुबे के आखिरी ओवरों में फेल होने के कारण टीम को हार मिली।
दूसरी ओर, गुजरात ने भले ही इस मैच को जीत लिया हो, लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या के फॉर्म ने टीम की चिंता बढ़ा दी है। चोट के बाद वापसी करने वाले हार्दिक ने शुरुआती मैचों में तो धमाकेदार प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले छह मैचों में उनका बल्ला नहीं चला। गुजरात के कप्तान पिछली छह पारियों में क्रमश: 10, तीन, एक, 24, 11 और सात रन बनाए हैं। टूर्नामेंट के अहम मोड़ पर उनका आउट फॉर्म होना न तो गुजरात के लिए शुभ संकेत है और न ही टीम इंडिया के लिए। हार्दिक का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के हो सकता है। ऐसे में उनके प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजर रहेगी।
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