EXCLUUSIVE: वर्षों से BPSC में जमे हैं दर्जनों अधिकारी-कर्मचारी, सालों से नहीं हुआ है तबादला, देखें पूरी लिस्ट
पटना. बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा हो गया है. सवाल उठ रहे हैं कि तमाम तरह की तैयारियों और सख्ती के बाद भी प्रश्नपत्र कैसे लीक हो गया? अब बीपीएससी को लेकर एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है. निर्धारित समयसीमा के बावजूद आयोग में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी वर्षों से जमे हैं. इनका तबादला नहीं हुआ है. ये अधिकारी-कर्मचारी पिछले 5 से 8 वर्षों से बीपीएससी में ही जमे हैं. यह निर्धारित मानकों के प्रतिकूल है. ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची न्यूज 18 हिन्दी के हाथ लगी है. इस लिस्ट में ज्वाइंट सेक्रेटरी से लेकर प्रशाखा पदाधिकारी तक के नाम शामिल हैं.
बिहार लोकसेवा आयोग में ज्वाइंट सेक्रेटरी, ओएसडी के अलावा दर्जनों कर्मचारी वर्षों से जमे हैं. इनका अभी तक ट्रांसफर ही नहीं हुआ है. अधिकारी 4-5 साल से एक ही जगह (BPSC) जमे हुए हैं. इनमें डिप्टी कलेक्टर रैंक के 8 अधिकारी शामिल हैं. इसके अलावा 18 प्रशाखा पदाधिकारी ऐसे हैं, जो आयोग में पिछले 5 से 7 वर्षों से कार्यरत हैं. उनका कहीं और ट्रांसफर नहीं किया गया है. BPSC में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन अधिकारियों का वर्षों से तबादला न होना कई सवाल खड़े करते हैं. सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर आयोग में निर्धारित मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया? ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं, जिनकी वजह से अधिकारी-कर्मचारी वर्षों से एक ही जगह कार्यरत हैं?
Big News: 15 जून के बाद होगी BPSC सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा- सूत्र
यह बिहार लोकसेवा आयोग के उन अधिकारियों की लिस्ट है, जिनका वर्षों से तबादला नहीं हुआ है. (न्यूज 18 हिन्दी ग्राफिक्स)
8-10 साल से जमे हैं 54 सहायक
बीपीएससी में शीर्ष अधिकारियों के साथ ही निचले स्तर के कर्मचारियों का भी तबादला नहीं किया गया है. प्रशाखा पदाधिकारी के अलावा आयोग में पदस्थ सहायकों का भी पिछले 8-10 वर्षों से ट्रांसफर नहीं हुआ है. आयोग के सभी 54 सहायक वर्षों से बिहार लोकसेवा आयोग में ही पदस्थापित हैं. तबादले के नियम अधिकारियों, प्रशाखा पदाधिकारियों और सहायकों पर लागू नहीं हुआ है.
बीपीएससी पर घोटाले और गड़बड़ी का आरोप
बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद आयोग की कार्यप्रणाली एक बार सवालों के घेरे में है. यह कोई पहला मौका नहीं है, जब आयोग की छवि इस तरह से धूमिल हुई है. इससे पहले भी बीपीएससी पर घोटाले और गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं. अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं. इसके बावजूद वर्षों से इनका ट्रांसफर नहीं हुआ है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Bihar News, BPSC
FIRST PUBLISHED : May 12, 2022, 14:25 IST