IPL 2022 Playoffs Scenario Gujarat Titans Confirmed Eight Teams Fighting for remaining Three Spots गुजरात की जगह पक्की, बाकी तीन स्थानों के लिए 8 टीमों के बीच जंग; जानिए पूरा गणित
Highlights
- IPL 2022 के प्लेऑफ में पहुंचने वाली पहली टीम बनी गुजरात टाइटंस
- लखनऊ प्लेऑफ में जगह पक्की करने से एक कदम दूर
- राजस्थान और आरसीबी का भी प्लेऑफ में जाने का समीकरण अच्छा
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 का लीग चरण अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच चुका है। 22 मई को आखिरी लीग मैच खेला जाएगा। मौजूदा समय में गुजरात टाइटंस इकलौती ऐसी टीम बन गई है जिसने प्लेऑफ (Playoffs) में अपनी जगह पक्की कर ली है। वहीं मुंबई इंडियंस 11 में से 9 मैच हारकर इस रेस से बाहर है। बाकी सभी 8 टीमों के बीच बचे हुए तीन स्थानों के लिए जंग है। प्लेऑफ के मुकाबले 24, 25 और 27 मई को खेले जाएंगे। फाइनल मुकाबला 29 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा।
आईपीएल के मौजूदा सीजन में दो नई टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें से एक गुजरात टाइटंस ने प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर ली है। वहीं दूसरी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स प्लेऑफ की कगार पर है। लखनऊ के दो मैच बाकी हैं और अगर टीम दोनों हार भी जाती है तो भी उसके चांस बरकरार रहेंगे। लेकिन इसके पीछे भी कुछ शर्ते हैं। वो हम आपको बताएंगे पूरे गणित में। लेकिन यह जानना जरूरी है कि आईपीएल में कभी भी 8 मैच जीतने वाली टीम टॉप-4 से बाहर नहीं रही है।
क्या है प्लेऑफ का पूरा गणित?
सबसे पहले बात करते हैं लखनऊ सुपर जायंट्स की जिसके दो लीग मैच अभी बाकी हैं। अगर केएल राहुल की टीम इसमें से एक भी जीत जाती है तो बिना किसी चिंता के टीम प्लेऑफ में जगह बना लेगी। लेकिन अगर टीम दोनों मैच हारती है तो उसे नेट रन रेट और राजस्थान, दिल्ली, हैदराबाद वह पंजाब की हार पर नजर रखनी होगी। उधर दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद एक भी मैच हारती है तो केकेआर और सीएसके की बराबरी पर आ जाएगी।
यानी अधिकतम यह टीमें 7 मैच ही जीतने की स्थिति में होंगी। इस कंडीशन में राजस्थान और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को फायदा मिलेगा। आरसीबी के दो मैच बाकी हैं और राजस्थान के तीन मैच और होने हैं। यह टीमें एक-एक जीत दर्ज करके लखनऊ की बराबरी कर लेंगे। यानी उस स्थिति में अधिकतम 7 मैच जीतने वाली सभी टीमें बाहर हो जाएंगी। लेकिन अगर हैदराबाद, दिल्ली और पंजाब बचे हुए सभी मुकाबले जीतती हैं तब नेट रन रेट अहम भूमिका निभाएगा।
सीएसके और केकेआर की कितनी उम्मीदें?
हम पहले भी बात कर चुके हैं कि सीएसके और केकेआर अगर बचे हुए सभी मैच भी जीतती हैं तो उनके 14-14 अंक होंगे। दोनों का नेट रन रेट तो मायने रखेगा ही। साथ ही उनकी उम्मीदें तभी पुख्ता होंगी जब बाकी टीमें 8 मैच ना जीत पाएं या सीधी भाषा में 16 पॉइंट्स तक ना पहुंचे और मुकाबले हार जाएं। यह बाकी टीमें हैं हैदराबाद, पंजाब, दिल्ली, आरसीबी। राजस्थान का नाम इसलिए नहीं क्योंकि टीम को सिर्फ तीन में से एक मैच जीतना है 8 के लिए।
पॉइंट्स टेबल का ताजा हाल क्या है?