Bill Gates News Microsoft co founder Bill Gates tests positive for COVID 19। कोरोना पॉजिटिव हुए माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स, हालही में दूसरी महामारी होने का किया था दावा
Highlights
- कोरोना पॉजिटिव हुए माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स
- लंबे समय तक दुनिया के सबसे अमीर शख्स रहे हैं बिल गेट्स
- बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के पास है करीब 65 अरब डॉलर का फंड
Bill Gates News: माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के को-फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने खुद ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘मैं कोरोना पॉजिटव पाया गया हूं। मुझे इसके हल्के लक्षण हैं। मैंने खुद को आइसोलेट कर लिया है और मैं एक्सपर्ट्स की राय मान रहा हूं।’
गेट्स (Bill Gates) ने ये भी कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे वैक्सीन लगाई गई और मैंने बूस्टर डोज भी ले लिया है। मैं बेहतर मेडिकल केयर ले रहा हूं।’ गौरतलब है कि बिल गेट्स लंबे समय तक दुनिया के सबसे अमीर शख्स रहे हैं। अभी भी दुनिया के अमीरों में उनका नाम है।
गौरतलब है कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन दुनिया के उन अमीर फाउंडेशंस में से एक है, जिसने कोविड महामारी के दौरान लोगों की काफी मदद की थी। इस फाउंडेशन के पास करीब 65 अरब डॉलर का फंड है। मेलिंडा गेट्स, बिल गेट्स की पूर्व पत्नी हैं।
गेट्स फाउंडेशन ने अक्टूबर में ये बात कही थी कि वह दवा कम्पनी ‘मर्क’ की एंटीवायरल कोविड-19 गोली की जेनेरिक दवाओं को कम इनकम वाले देशों तक पहुंचाने के लिए 120 मिलियन डॉलर खर्च करेंगे।
‘हाउ टू प्रिवेंट द नेक्स्ट पैनडेमिक’ को हालही में किया था रिलीज
बता दें कि बिल गेट्स (Bill Gates) के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर उस वक्त में सामने आई है, जब हालही में उन्होंने अपनी नई किताब ‘हाउ टू प्रिवेंट द नेक्स्ट पैनडेमिक’ को रिलीज किया था। ये किताब 3 मई को रिलीज हुई थी।
इस किताब में गेट्स ने बताया है कि उनके मुताबिक दुनिया को कोविड -19 महामारी से सीखना चाहिए था। गेट्स फाउंडेशन के माध्यम से बीमारी से लड़ने के अपने अनुभव को बयान करते हुए उन्होंने बताया था कि वह सोचते हैं कि सरकारें और प्राइवेट क्षेत्र भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए मिलकर कैसे काम कर सकते हैं।
गेट्स ने ये भी कहा था कि अगली महामारी से निपटने के लिए एक साल में एक बिलियन डॉलर का खर्च आएगा। गेट्स ने ये भी बताया था कि कोरोना के बाद अगली महामारी का होना निश्चित है। ऐसे में दुनिया को पहले से किसी भी महामारी से निपटने के लिए मेडिकल स्तर पर खुद को मजबूत बनाना होगा।