कोवैक्सीन को जल्द मिलेगा अप्रूवल! WHO में जमा किए गए सभी जरूरी डॉक्यूमेंट
बता दें कोवैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और भारत-बायोटेक ने साथ मिलकर बनाया है. इससे पहले कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल डेटा को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से तारीफ मिली थी. दरअसल WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा था कि कोवैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल डेटा अच्छा है. उन्होंने कहा था कि कोवैक्सीन की प्री-सबमिशन बैठक 23 जून को हुई थी और डेटा इकट्ठा किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- ISIS के साथ भारत के खिलाफ कर रहे थे जिहाद की साजिश, NIA ने कश्मीर से दबोचा
भारत-बायोटेक अब अपनी वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने में लगी
भारत-बायोटेक अब अपनी वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने में लगी है. इस साल की आखिरी तिमाही तक कंपनी हर साल 100 करोड़ डोज के हिसाब से उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रही है. हाल में जानकारी आई थी कि कंपनी गुजरात के अंकलेश्वर स्थित चिरोन बेहरिंग वैक्सीन प्राइवेट लिमिटेड में भी 20 करोड़ डोज बनाएगी. ये भारत बायोटेक के स्वामित्व वाली कंपनी है.
इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से घोषणा की गई थी कि प्रोडक्शन को तेजी से बढ़ाया जा रहा है. सितंबर महीने तक हर महीने दस करोड़ वैक्सीन डोज का उत्पादन होने लगेगा. केंद्रीय विज्ञान और तकनीक मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत मिशन 3.0 के तहत स्वदेशी वैक्सीन्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
बता दें केंद्र सरकार की तरफ से कहा जा चुका है आगामी दिसंबर महीने तक देश में सभी का वैक्सीनेशन पूरा कर लिया जाएगा. केंद्र की तरफ से इसे लेकर विस्तृत डेटा भी पेश किया गया था.