PMAGY योजना में इन दो जिले ने दिखाया दम, देश के दूसरे जिलों को भी सीखने की है जरूरत
सिलचर: असम के कछार जिले (Cachar Ditstrict) ने ‘प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ (पीएमएजीवाई) को सही तरीके से कार्यान्वित करने लिए देश भर में दूसरा स्थान हासिल करने में कामयाबी हासिल की है. साल 2009-10 में केंद्र सराकर द्वारा शुरू किए गए इस योजना के माध्यम से ऐसे गांव को विकसित करने का काम किया जाता है, जहां अनुसूचित जाति (Schedule Caste) के लोगों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक होती है. इस योजना में राज्य सरकार का भी सहयोग लिया जाता है. ग्रामीन विकास कार्यक्रम के इस योजना के अंतर्गत प्रति गांव के आधार पर धन का आबंटन किया जाता है.
हमीरपुर जिला को पहला स्थान
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 1 अप्रैल को अपनी वेबसाइट पर PMAGY के कार्यान्वयन से संबंधित परिणामों की जानकारी दी. हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले ने पहला पुरस्कार हासिल किया, जबकि दक्षिणी असम के कछार जिले ने दूसरा स्थान हासिल किया.
डिप्टी कमिशनर ने दी बधाई
ईस्टमोजो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कछार की डिप्टी कमिश्नर कीर्ति जल्ली ने कहा, “पीएमजीएवाई के कार्यान्वयन में कछार को देश में दूसरा रैंक हासिल करते हुए सुनकर बहुत अच्छा लगा. यह प्रशासन के अधिकारियों और पीएमएजीवाई टीम के सक्रिय और अथक प्रयासों के कारण संभव हुआ है. कि वे यहां के नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और इस उपलब्धि के लिए पीएमएजीवाई के काम से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी.
इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए सिलचर के भाजपा सांसद राजदीप रॉय ने कहा कि यह पुरस्कार प्रशासन के अधिकारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है. उन्होंने आगे कहा, ‘गांव हमारे नए भारत का दिल हैं इसलिए हमारे प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गांवों के विकास पर विशेष बल दिया है. यह बहुत गर्व की बात है कि कछार ने पीएमएजीवाई के कार्यान्वयन में दूसरा स्थान हासिल किया है.’ .
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