गोल्ड सेविंग अकाउंट शुरू करने की तैयारी में सरकार, सोना खरीदना सस्ता होगा और मिलेंगे कई दूसरे फायदे Government preparing to start gold savings account, buying gold will be cheaper and will get many ot
Highlights
- गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के समान ही गोल्ड सेविंग अकाउंट रिटर्न देगा
- 1 ग्राम सोने के मल्टीप्ल में अधिक जमा भी किया जा सकेगा जीसीए में
- जीएसए धारक की पासबुक में क्रेडिट किया जाएगा सोने की मात्रा
नई दिल्ली। छोटे निवेशकों को सोने की खरीद पर लेबर चार्ज, टैक्स आदि भुगतान से बचाने के लिए सरकार ने गोल्ड सेविंग अकाउंट (जीएसए) शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। यह न सिर्फ गोल्ड की खरीद को सस्ता करेगा बल्कि सोना और निवेश दोनों को सुरक्षित करने का काम करेगा।
सोने में किए निवेश पर रिटर्न भी देगा
निवेशकों को गोल्ड सेविंग अकाउंट (जीएसए) सोने को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर किराए, बीमा आदि पर बचत करने के अलावा यह गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (जीएमएस) के समान ही सोने की बचत पर रिटर्न भी देगा। इतना ही नहीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशकों को एक तय समय के बीच ही निवेश की सुविधा मिलती है लेकिन इसमें दैनिक आधार पर निवेश करने का विकल्प होगा। आम एक निवेशक किसी भी दिन जीएसए की पेशकश करने वाली बैंक शाखा में जा सकता है और जमा के दिन कम से कम 1 ग्राम सोने की कीमत के बराबर पैसा जमा कर सकता है। 1 ग्राम सोने के मल्टीप्ल में अधिक जमा भी किया जा सकेगा।
इस तरह जमा कर पाएंगे खाताधारक
बचत खाते की तरह ही गोल्ड सेविंग अकाउंट में खाताधारक द्वारा सोने की खरीद पर मात्रा को जमा किया जाएगा। सरकार पर सोने की शुद्धता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी। जमा करते समय, सोने की मात्रा जिसके लिए पैसा जमा किया जा रहा है-जीएसए धारक की पासबुक में क्रेडिट किया जाएगा।
इस तहर निकासी की सुविधा मिलेगी
जिस समय खाताधारक अपने खाते से निकासी करना चाहेंगे उस समय पासबुक में डेबिट प्रविष्टि दर्ज की जाएगी, जो सोने की मात्रा के संदर्भ में या तो सोने में या नकद में कम से कम 1 ग्राम सोने की कीमत के बराबर या 1 ग्राम के मल्टीपल में दर्ज की जाएगी। यह निकासी की तारीख पर सोने के रेट के हिसाब से होगा।
गोल्ड डिपॉजिट पर ब्याज
बैंक मासिक आधार पर जीएमएस के अंतर्गत स्वीकृत जमाराशियों के भुगतान के समान ही माह के अंतिम दिन उपलब्ध शेष राशि के अनुसार सोने के वजन पर ब्याज का भुगतान करेंगे।
टैक्स छूट
जीएसए धारकों को निकासी के समय पूंजीगत लाभ कर का भुगतान नहीं करना होगा, खासकर अगर निकासी सोने में की जाती है। इसलिए, भौतिक सोना खरीदने और सोने को सुरक्षित रखने के लिए लागतों पर बचत के अलावा, जीएसए धारकों को सोने की जमा राशि पर ब्याज मिलेगा और निकासी के समय भी कर छूट का फायदा मिलेगा।