Kabul airport Explosion All Indian Safe Taliban suspects blast on ISIS । काबुल एयरपोर्ट धमाका: सभी भारतीय सुरक्षित, तालिबान ने ISIS पर ब्लास्ट का जताया शक
काबुल/नई दिल्ली। काबुल एयरपोर्ट के बाहर गुरुवार शाम हुए सीरियल ब्लास्ट में सभी भारतीय सुरक्षित बताए जा रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट में हुए आत्मघाती ब्लास्ट में किसी भारतीय के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार काबुल एयरपोर्ट पर दो धमाके हुए हैं। पहला धमाका एयरपोर्ट के Abbey गेट पर हुआ और दूसरा ब्लास्ट बैरोन होटल के पास हुआ। पेंटागन ने अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि की है।
तालिबान ने ISIS पर बम ब्लास्ट का शक जताया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट सीरियल धमाकों में 40 लोगों की मौत हुई है वहीं 120 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। तालिबान ने ISIS पर बम ब्लास्ट का शक जताया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि समूह ने अमेरिकियों को काबुल एयरपोर्ट पर आईएसआईएस (ISIS) की ओर से संभावित आतंकवादी हमलों के बारे में जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा कि तालिबान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए प्रतिबद्ध है और आतंकवादियों को अपने अभियानों के लिए अफगानिस्तान को आधार के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा। तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों को आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों की ओर से हमले को लेकर चेतावनी दी गई थी।
ब्लास्ट में विदेशी नागरिकों और बच्चों के मारे जाने की खबर
ब्लास्ट में विदेशी नागरिकों और बच्चों के मारे जाने की खबर है। साथ ही एक के बाद एक हुए दो धमाकों में तालिबानी लड़ाकों के भी घायल होने की खबर है। समाचार एजेंसी एपी ने बताया है कि घटना के वक्त एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक मौजूद थे। ऐसे में हताहतों की संख्या काफी बढ़ सकती है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों में अमेरिका के नागरिक भी मारे गए हैं।
काबुल हवाई अड्डे पर हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत, 15 घायल: रूस
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हो गए। बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के संख्या बताने वाली यह पहली आधिकारिक रिपोर्ट है। यह धमाका हवाई अड्डे के बाहर भीड़ के बीच हुआ। इस महीने अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद हजारों अफगान देश छोड़ने के लिये हवाई अड्डे पर जमा हैं।