Winning gold medal in Olympics is like a dream come true for me: Neeraj Chopra
जेवलिन थ्रो में भारत के लिए इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा की टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना मेरे लिए किसी सपने का पूरा होने जैसा है। भारत के ओलंपिक इतिहास में नीरज पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल जीता है।
टोक्यो से वापस आने के बाद नीरज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”गोल्ड मेडल जीतना मेरे लिए किसी सपने का पूरा होने जैसा है। मैं जब वापस भारत आया और जिस तरह से यहां लोगों ने हमारा वेलकम उसे देखकर लगा की हां मैंने देश लिए कुछ बड़ा किया है।”
ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद अपने आगे के भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए नीरज ने बताया की अब आगे उनका लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने का है।
जेवलिन थ्रो के फाइनल मैच को लेकर उन्होंने कहा, ”फाइनल वाले दिन मैं अच्छे लय में था। मैं अपनी झमता से अधिक करने की कोशिश में था दूसरा थ्रो मेरा जैसे ही अच्छा गया तो मैंने इसके बाद आगे के लिए रिस्क नहीं लेना चाहा और ना ही खुद पर जोर दिया क्योंकि पता चल गया था की गोल्ड मेडल पक्का हो गया है।”
इससे पहले नीरज समेत भारतीय ओलंपिक दल का टोक्यो से दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंचने के साथ ही भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद दिल्ली के ही अशोका होटल में सम्मान समारोह किया गया, जिसमें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल थे।
इस दौरान उन्होंने कहा की इन खिलाड़ियों की यात्रा ‘खेल उत्कृष्टता और जज्बे की अविश्वसनीय कहानी’ रही है। इस समारोह में सभी की निगाहें एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पर टिकी थी।
सम्मान समारोह में खेल मंत्री ने उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की। कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और चौथे स्थान पर रही महिला टीम दोनों ने होटल पहुंचने के बाद केक काटकर जश्न मनाया।
चोपड़ा ने जहां भारतीय अभियान में स्वर्णिम चमक डाली तो वहीं भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि कुमार दहिया ने रजत पदक जीते। पुरुष हॉकी टीम के अलावा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, शटलर पीवी सिंधु और पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक हासिल किये।