Delhi Heat Wave: दिल्ली NCR में मानसून आने में अभी लगेगा वक्त, अभी और चढ़ेगा पारा!

मौसम विभाग स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के मुताबिक मंगलवार को जहां 43 डिग्री टेंपरेचर के साथ इस साल की पहली हीटवेव रिकॉर्ड की गई. वहीं, अभी 2 दिन और इसके बने रहने की संभावना भी जताई है. स्काईमेट का कहना है कि 1945 में 17 जून को 46.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था. वहीं, जिस तरह से दिल्ली और एनसीआर में तापमान का पारा तेजी से चढ़ रहा है, उससे इसके और आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है.
मौसम विभाग की मानें तो अभी दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) और देश के कई हिस्सों में मानसून आने में अभी वक्त लगेगा. बताया जाता है कि केरल में 2 दिन की देरी से मानसून के पहुंचने के बाद इसके सामान्य से 7 से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में आ गया था.
यह भी पढ़ें: Monsoon News: Delhi-NCR में क्यों देरी से आ रहा है मानसून! मौसम विभाग ने कही ये बात.
वहीं मौसम विभाग ने पहले अनुमान यह भी जताया था कि मानसून दिल्ली 15 जून तक पहुंच सकता है यानी उस समय यह बताया कि 12 दिन पहले मानसून दिल्ली पहुंच सकता है. लेकिन जून माह के आखिर के दिनों में हीटवेव के टूटे रिकॉर्ड ने यह साफ कर दिया है कि अभी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र व आसपास के राज्यों को हीटवेव का और सामना करना पड़ सकता है. वहीं, मानसून अभी और कुछ देरी से पहुंचेगा.
मौसम विभाग की मानें तो आमतौर पर दिल्ली और एनसीआर में मानसून 27 जून तक पहुंच जाता है. वहीं इसके पूरी तरीके से देश भर में पहुंचने का अनुमान 8 जुलाई रहता है. पिछले साल की बात करें तो दिल्ली में मानसून 25 जून को आ गया था. वहीं, 4 दिन बाद पूरे देश में यानी 29 जून को मानसून पूरी तरीके से आ गया था. लेकिन इस बार अभी इसके आने में देरी की प्रबल संभावना जताई जा रही है.
मौसम विभाग का यह भी कहना है कि जिस तरह से पछुआ हवाएं चल रही है, उसकी वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और कुछ हिस्सों में मानसून को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है.
दिल्ली में मंगलवार को इस साल पहली बार सफदरजंग में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस आंका गया. लोधी रोड, रिज एवं पूसा इलाकों में तापमान क्रमश 42.6 डिग्री तक पहुंच गया. यह औसत तापमान से 7 डिग्री तक अधिक है. नजफगढ़ में 44.4 डिग्री, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री और मंगेशपुर में पारा 44.3 डिग्री तक चढ़ गया था.
मौसम विभाग का मानना है कि मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहता है तो उसे हीट वेव माना जाता है. भीषण लू यानी सीवियर हीटवेव तब होती है, जब पारा सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री तक ऊपर चला जाता है.
आमतौर पर 20 जून तक रहता है भीषण गर्मी का प्रकोप
मौसम विभाग की मानें तो सामान्य तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 20 जून तक भीषण गर्मी के होने का अनुमान रहता है लेकिन इस बार देर तक गर्मी के बने रहने की वजह से मानसून अपने तय समय से लेट आप आएगा.
2 सप्ताह पहले पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में पहुंचा है मानसून
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय से दो सप्ताह पहले पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में पहुंच गया है. लेकिन दिल्ली के साथ-साथ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अभी यह नहीं पहुंच पाया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है.