जम्मू कश्मीर में घट रही है आतंकवादियों की संख्या, जघन्य अपराध पर भी जल्द लगेगा पूर्ण विराम

उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘पूर्व की तुलना में सक्रिय आतंकवादियों (कश्मीर में)की संख्या में कमी आई है. आने वाले दिनों में इनकी संख्या को और कम करने के प्रयासों को मजबूत किया जाएगा.’’ कश्मीर घाटी में कुल आतंकवादी घटनाओं और उनके द्वारा आम नागरिकों और पुलिस को निशाना बनाए जाने के सवाल पर डीजीपी ने कहा,‘‘यह एकतरफा लड़ाई नहीं है. इलाके में जब 200 से अधिक सशस्त्र आतंकवादी होंगे, तो ऐसा नहीं होगा जब आप (सुरक्षा बल) उनसे लड़े (मुठभेड़) तो वे ही मरते रहें.’’ उन्होंने कहा,‘‘ऐसा नहीं है कि वे आतंकवादी गतिविधि नहीं करेंगे. हमारी कोशिश उनकी गतिविधियों को खत्म करना और आतंकवाद को नियंत्रित करना है.’’
ऑपरेशन ऑल आउट पर दिया ये जवाब
‘ऑपरेशन ऑल आउट’ के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि पूर्व में उठाए गए कदमों को और विस्तारित किया जाएगा ताकि आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया जा सके और आतंकवादियों की जघन्य गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके. ऑपरेशन ऑल आउट सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खात्मे के लिए शुरू किया था.
ये भी पढ़ेंः- डेल्टा+ वैरिएंट पर एक्शन में केंद्र, 8 राज्यों को खत लिख कर बताया क्या-क्या करें तैयारी
महबूबा मुफ्ती के आरोपों पर नहीं दिया कोई बयान
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती द्वारा घाटी में बड़े पैमाने पर उत्पीड़न और लोगों के हिरासत में लिए जाने के आरोपों पर सिंह ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मुलाकात की पृष्ठभूमि में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सवाल पर भी कोई टिप्पणी नहीं की.
ये भी पढ़ेंः- DRDO ने पिनाक रॉकेट का किया सफल परीक्षण, पल में दुश्मनों को कर देगा खाक
प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बदलाव की बयार बह रही है और बदले माहौल में उनकी भूमिका और ड्यूटी करने की जिम्मेदारी अहम है.