अलीगढ़ शराब कांड में चौथा मामला आया सामने, महिला की मौत, अब तक 99 में से 40 की शराब से मौत की पुष्टि
अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला अब थाना अकराबाद इलाके तक पहुंच गया है. यहां एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. मजदूरों को कहना है कि उन्होंने नहर में बहकर आए शराब के पौवे का सेवन किया था. मामले की जांच की जा रही है. बता दें अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड से जुड़ा ये चौथा मामला है. शराब कांड में सीएमओ बीपी सिंह ने बताया कि अब तक जहरीली शराब पीने से 99 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है. जिसमें से 40 लोगों की शराब पीने से मौत की पुष्टि हुई है. अब तक 34 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है, वहीं 50 हजार का इनामी शराब तस्कर ऋषि शर्मा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है.
दरअसल इलाके के सिसरोई में शिवकुमार अग्रवाल का एसकेए ईंट उद्योग के नाम से भट्टा है. यहां बिहार से आये करीब 70-80 मजदूर, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं अपने परिवार के साथ रहकर काम करते हैं. उपेंद्र नाम के मजदूर ने बताया कि उसकी पत्नी तिलवा देवी व सभी लोग इलाके से गुजर रही शेखा नहर पर कपड़ा धो रहे थे. वहीं उसके भतीजे पेड़ू को नहर में शराब के पव्वे बहते हुए मिले, जिन्हें उसने निकाल लिया. एक पव्वा उसने खुद पी लिया और कुछ शराब 30 वर्षीय तिलवा देवी को भी पिलवा दी.
उपेंद्र के मुताबिक, दोनों की तबियत बिगड़ने पर मजदूरों का ठेकेदार कोडियागंज अस्पताल ले गया, जहां से उसकी पत्नी तिलवा को मृत अवस्था में यहां सिसरोई छोड़ गया. इसकी सूचना जब अन्य लोगों को मिली तो हाहाकार मच गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर सीओ बरला सुमन कनौजिया फोर्स के साथ पहुंच गईं. उन्होंने लोगों को मुनादी कराते हुए फिलहाल किसी भी प्रकार की शराब न पीने के लिए जागरूक किया.
पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगा महिला मजदूर की मौत का कारण : सीओसीओ सुमन कनौजिया का कहना है कि संदिग्ध परिस्थियों में एक महिला मजदूर की मृत्यु हुई है. वहीं एक युवक जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि मौत का कारण क्या है? आपको बताते चलें, यह नहर जवा वाली ही है, जो यहां से होकर गुजर रही है.
अलीगढ़ में जहरीली शराब का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. शराब कांड में सीएमओ बीपी सिंह ने बताया कि अब तक जहरीली शराब पीने से 99 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है. जिसमें से 40 लोगों की शराब पीने से मौत की CMO ने पुष्टि की है. अब तक 34 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है, वहीं 50 हजार का इनामी शराब तस्कर ऋषि शर्मा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है.
थाना लोधा, खैर और गभाना के बाद अब अकबराबाद में आए मामले
सबसे पहले थाना लोधा से सूचना प्राप्त हुई थी कि शराब से कुछ लोगों की मौत हुई है. फिर थाना खैर से और थाना गभाना से भी शराब पीने से मौत की सूचना मिली. अब तक तीनों थाना क्षेत्र में 82 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ है, जिसमें से 30 लोगों की शराब से मौत की सीएमओ ने पुष्टि की. वहीं शराब का दूसरा मामला थाना जवा क्षेत्र में हुआ था, जहां 7 शवों का पोस्टमार्टम हुआ. 5 लोगों की मौत की शराब से पुष्टि हुई. तीसरा मामला भी थाना जवां में हुआ, जिसमें 9 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ और 5 लोगों की CMO ने शराब से मौत की पुष्टि की.
अब ताजा मामला आज अकराबाद थाना क्षेत्र का है, जहां भट्टे पर एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई. भट्टे के मजदूरों ने बताया कि नहर में शराब बहकर जा रही थी, उसका महिला ने सेवन कर लिया था और बाकी के कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. अब तक कुल जनपद में सीएमओ ने 40 लोगों की शराब से मौत की पुष्टि की है. 59 लोगों की मौत संदिग्ध लग रही है, जिनका पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच रिपोर्ट जांच के लिए भेज दिया है.
शराब माफियाओं पर सख्त एक्शन हो रहा: डीआईजी
डीआईजी दीपक कुमार ने बताया कि शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार बड़ी कार्यवाही हो रही है. जहरीली शराब कांड में माफिया विपिन चौधरी और ऋषि शर्मा पर अब तक 13 से अधिक एफ आई आर दर्ज हुई थी, जिसमें से विपिन चौधरी की गिरफ्तारी हुई और लगातार अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आए अब तक पुलिस ने 34 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लगातार माफियाओं की संपत्ति को भी जब्त कर मकानों को जमींदोज किया जा रहा है. हालांकि अभी 50 हजार का इनामी ऋषि शर्मा अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार है. जल्द उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि ऋषि शर्मा का पिता भाई और भतीजा पुलिस की गिरफ्त में है. अब तक शराब कांड में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए 2 सीओ 3 अध्यक्ष 2 चौकी इंचार्ज और आधा दर्जन सिपाहियों को निलंबित किया गया है.
वहीं जिला अधिकारी चंदभूषण सिंह का कहना है कि लगातार माफियाओं के खिलाफ गुंडा एक्ट एनएसए एवं अन्य कड़ी कार्यवाही हो रही है. साथी 6 शराब तस्करों के शस्त्र लाइसेंसों को भी निरस्त किया जा रहा है. कड़ी कार्यवाही की जाएगी, जिससे कि जनपद में नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में इस तरीके की घटना ना हो सके.