कोरोनाः पूनावाला की कंपनी सीरम भी बनाएगी स्पुतनिक-वी वैक्सीन, DCGI ने दी मंजूरी
सीरम के सीईओ अदार पूनावाला की फाइल फोटो
Drug Controller General of India ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को स्पुतनिक-वी के निर्माण के लिए आवश्यक मंजूरी प्रदान कर दी है.
नई दिल्ली. रूस की वैक्सीन स्पुतनिक-वी का निर्माण अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी करेगा. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम को स्पुतनिक-वी के निर्माण के लिए आवश्यक मंजूरी प्रदान कर दी है. कंपनी पुणे के हडप्सर स्थित अपने लैब में वैक्सीन का परीक्षण और विश्लेषण कर सकेगी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन के लिए ऐस्ट्राजेनेका के साथ करार किया है. इस वैक्सीन को भारत में कोविशील्ड के नाम से उत्पादित किया जा रहा है. कंपनी ने भारत में वैक्सीन का ट्रायल किया था और विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैक्सीन गठबंधन कोवॉक्स संगठन को भी कोविशील्ड सप्लाई की गई. सीरम इंस्टीट्यूट ने नोवावैक्स कंपनी के साथ भी करार रखा है, जिसकी वैक्सीन को कोवावैक्स के नाम से जाना जाएगा. इस तरह अब कंपनी कोविशील्ड, स्पुतनिक-वी और कोवावैक्स वैक्सीन का निर्माण करेगी.
बता दें कि घरेलू दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने रूस के सरकारी निवेश कोष रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ मिलकर भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू कर दिया है. पैनेसिया बायोटेक के हिमाचल प्रदेश के बद्दी कारखाने में तैयार की गई कोविड-19 के स्पुतनिक-वी टीके की पहली खेप रूस के गामालेया केन्द्र भेजी जायेगी, जहां इसकी गुणवत्ता की जांच परख होगी.
रूस का आरडीआईएफ स्पुतनिक-वी टीके को अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध कराता है. आरडीआईएफ और पैनेसिया बायोटेक ने भारत में स्पुतनिक-वी टीके की हर साल 10 करोड़ खुराक उत्पादन करने पर सहमत हुए हैं. दोनों की ओर से अप्रैल में इसकी घोषणा की गई थी. संयुक्त बयान के मुताबिक पूर्ण स्तर पर उत्पादन इन गर्मियों में ही शुरू होने की उम्मीद है. हालांकि, इसमें स्पष्ट तौर पर महीने का जिक्र नहीं किया गया है, जब बड़े पैमाने पर टीके का उत्पादन शुरू होगा.
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया. इसके साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया. घरेलू दवा विनिर्माता कंपनी डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने 14 मई को कहा था कि सीमित शुरुआत के हिस्से के तौर पर स्पुतनिक-वी टीके की शुरुआत कर दी गई है और इसकी पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है.संयुक्त बयान के मुताबिक स्पुतनिक-वी टीके की दक्षता 97.6 प्रतिशत है. यह आंकड़ा रूस में 5 दिसंबर 2020 से 31 मार्च 2021 के बीच स्पुतनिक वी के दोनों घटकों के साथ रूस में किये गये टीकाकरण के लाभार्थियों में कोरोना वायरस संक्रमण दर के विश्लेषण पर आधारित है. इसमें कहा गया है कि अब तक स्पुतनिक-वी को 66 देशों में पंजीकृत किया गया है. स्पुतनिक-वी टीके को सामान्य रेफ्रिजरेटर में बिना किसी अतिरिक्त बदलाव के साथ रखा जा सकता है.